शिवपुरी। शिवपुरी शहर के राज डबलबर्स के डायरेक्टर और जमीन कारोबारी को शिवपुरी सिटी कोतवाली पुलिस ने आज गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। राजीव गुप्ता पर सिटी कोतवाली में एससी एसटी एक्ट सहित जमीन के मामलो में धोखाधड़ी करने और करैरा में एक चेक बाउंस सहित कुल 7 मामले दर्ज है। राजीव गुप्ता पिछले 2 साल से फरार चल रहा था। राजीव गुप्ता के गिरफ्तार होने के बाद कई लोग उसके खिलाफ आवेदन लेकर कोतवाली पहुंचे थे। राजीव गुप्ता को सिटी कोतवाली पुलिस ने न्यायालय में पेश किया गया,जहां उसका जेल वारंट बना दिया गया।
जमीन का भुगतान नहीं और प्लाट काट कर बेच दिए
20 मई 2023 को भगवती जाटव पुत्र रामजी लाल जाटव उम्र 30 साल निवासी कत्था मील ने बताया कि साल 2021 में मैंने बछोरा में अपनी 2 बीघा जमीन राजीव गुप्ता को 34 लाख 95 हजार रुपए में बेची थी। राजीव गुप्ता ने 4 बैंक चेक 7 लाख रुपए और एक बैंक चेक 6 लाख 95 हजार रुपए का भर कर दिया था। मैंने 3 बैंक चेक से 21 लाख का भुगतान प्राप्त कर लिया था। शेष 2 बैंक चेक का भुगतान 13 लाख 95 हजार रुपए शेष रह गया था। जब शेष बचे 2 बैंक चेक से भुगतान नहीं हुआ तो मैंने राजीव गुप्ता से संपर्क किया लेकिन राजीव लगातार आश्वासन दे रहा है। इस दौरान उसने कई चेक दिए लेकिन भुगतान नहीं हुआ।
भगवती जाटव ने बताया कि राजीव गुप्ता ने मुझे पूरा भुगतान नहीं करते हुए मेरी बेची हुई जमीन पर प्लॉट काट दिए है, जब मैंने राजीव गुप्ता से बाकी के 13 लाख 95 हजार रुपए मांगे तो उसने बाकी के रुपए देने से इनकार कर दिया। इसके बाद मैंने राजीव गुप्ता की शिकायत कोतवाली में की है। सिटी कोतवाली में आरोपी राजीव गुप्ता के खिलाफ 406, 420 भादवी, SC-ST एक्ट के तहत केस दर्ज किया था।
मौके पर प्लॉट नहीं करा दी रजिस्ट्री
29 मई 2024 को राजीव शर्मा उम्र 50 साल पुत्र भोलाराम शर्मा निवासी तारकेश्वरी कॉलोनी शिवपुरी ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि राज रियल स्टेट के मालिक राजीव गुप्ता से नक्षत्र गार्डन के पीछे भूमि सर्वे क्रमांक 56/1/1 एवं 56/1/2 के भाग में 1350 वर्ग फीट का प्लॉट 6 सितंबर 2022 को 5 लाख रु. में खरीदा था। रजिस्ट्री कराकर नामांतरण कराने पहुंचे तो पटवारी ने बताया कि उक्त सर्वे नंबर में जमीन नहीं होने के कारण नामांतरण नहीं हो सकता।
राजीव गुप्ता से आश्वासन देने के बाद भी पैसे नहीं लौटाए। पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया । बता दें कि इससे पहले 20 मई को भगवती जाटव ने कॉलोनाइजर राजीव गुप्ता के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। दरअसल 2 बीघा जमीन राजीव गुप्ता को बेची थी, जिसमें से 13.95 लाख रु. सौदे के मुताबिक नहीं दिए। वही इससे पूर्व राजीव गुप्ता पर सिटी कोतवाली पुलिस ने एससी एसटी एक्ट और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था।
पैसा लिया और प्लॉट की रजिष्ट्री नही कराई
22 फरवरी 2024 को फरियादी आदर्श यादव (24) पुत्र महेश यादव निवासी खेड़ापति कॉलोनी शिवपुरी ने सिटी कोतवाली मे रिपोर्ट दर्ज कराई है कि राज रियल स्टेट डवलपर्स के प्रोपराइटर राजीव गुप्ता पुत्र रमेशचंद्र गुप्ता निवासी हनुमान कॉलोनी ने शिवपुरी शहर में सर्वे नंबर रकवा 0.2900 हेक्टेयर का विक्रय अनुबंध 13 लाख रु. में किया था। उक्त भूमि विक्रय अनुबंध के समय 8 लाख रु. 20 मई 2023 को चेक से दिए। एग्रीमेंट में शेष 5 लाख रुपए रजिस्ट्री के वक्त देने की बात हुई। अनुबंध पत्र में जमीन की रजिस्ट्री 30 सितंबर 2023 तक या इससे पूर्व कराने का उल्लेख किया था,लेकिन राजीव गुप्ता ने लंबे समय तक रजिस्ट्री नहीं कराई।
जब रजिस्ट्रार कार्यालय व तहसील में जानकारी ली तो पता चला कि अनुबंध भूमि की रजिस्ट्री राजीव गुप्ता ने योगेंद्र रावत पुत्र रघुवंरी सिंह रावत निवासी हनुमान कॉलोनी को मेरे संग हुए अनुबंध पत्र से पहले ही 21 अक्टूबर 2022 को रजिस्ट्री करा दी है। पुलिस ने राजीव गुप्ता के खिलाफ 420, 406 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया था।
एग्रीमेंट कराया 28 लाख एडवांस लिए,लेकिन रजिस्ट्री नहीं कराई
18 अप्रैल 2024 को शहर के इंद्रा कॉलोनी सिद्धेश्वर मंदिर के सामने रहने वाले शिवकुमार पुत्र रमेशचंद्र धाकड़ ने कोतवाली में मंगलवार को शिकायती लिखित शिकायत दर्ज कराई थी।
शहर में कॉलोनी काटने का काम करने वाले कॉलोनाइजर राजीव पुत्र रमेश चंद्र गुप्ता ने उससे ग्राम बछौरा में एक जमीन का सौदा करने के नाम पर 28 लाख एडवांस लिए और पूरा सौदा 41 लाख रुपए में तय हुआ था।
इस पूरे सौदे का लिखित एग्रीमेंट हुआ था। बाद में पता चला कि राजीव ने गुपचुप तरीके से वह जमीन किसी दूसरे को बेच दी और अब पैसे भी वापस नहीं कर रहा है। कोतवाली पुलिस ने राजीव पुत्र रमेशचंद्र गुप्ता के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज किया था।
कोतवाली के बाद करैरा पुलिस भी वारंट लेकर खडी थी। बताया जा रहा है कि राजीव गुप्ता एक चेक बाउंस के मामले में करैरा थाना से स्थाई वारंटी है इस कारण राजीव गुप्ता को गिरफ्तार करने के लिए करैरा पुलिस खड़ी थी।