शिवपुरी। ट्रांसपोर्ट नगर को विकसित करने गाइडलाइन में एक बार फिर से बदलाव किया गया है। ट्रांसपोर्ट, मोटर मैकेनिक और अन्य व्यापारियों ने दुकान की जगह प्लॉट देने की मांग की थी, जिसके बाद कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने बिना समय गंवाए सीएमओ इशांक धाकड़ को निर्देश दिए कि अब जो दुकानें बन चुकी हैं, उसके बाद किसी भी नई दुकान का निर्माण नहीं किया जाए। इसके बजाय, प्लॉट आवंटित किए जाएं, ताकि क्रेता अपनी सुविधा अनुसार निर्माण कर सकें और निर्धारित दरों पर प्लाट प्राप्त कर सकें।
दरअसल, ट्रांसपोर्ट नगर में प्लॉट आवंटन को लेकर अब तक दो बार दरों में बदलाव हो चुका है, बावजूद इसके अब तक कोई भी व्यक्ति ट्रांसपोर्ट नगर में दुकान आवंटन के लिए सामने नहीं आया। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में ट्रांसपोर्टर्स ने आरोप लगाया कि पहले जिन प्लॉट्स की कीमत 353 रुपए प्रति स्क्वायर फीट तय की गई थी, उन्हें बढ़ाकर 500 रुपए के करीब कर दिया गया है।
ट्रांसपोर्ट और मैकेनिक का काम करने वाले लोगों की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने मांग की कि ट्रांसपोर्ट नगर के विकास के लिए कीमतों में कमी की जाए। इस पर विधायक देवेंद्र जैन और भाजपा के जिला अध्यक्ष जसवंत जाटव ने भी ट्रांसपोर्टर्स का समर्थन करते हुए कहा कि ट्रांसपोर्ट नगर के विकास के लिए हम सभी को मिलकर बेहतर रणनीति बनानी होगी ताकि स्थानीय लोग भी परेशान न हों और ट्रांसपोर्ट नगर का विकास भी हो सके।
सीएमओ ने इस पर 480 रुपए प्रति स्क्वायर फीट की दर बताई, लेकिन ट्रांसपोर्टर्स इसे मानने के लिए तैयार नहीं हुए। अंत में नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने सुझाव दिया कि सभी ट्रांसपोर्टर्स मिलकर पहले शहर का विकास करें और इसके लिए वे वहां दुकान खरीदें।
इस कदम से ट्रांसपोर्ट नगर का सपना साकार हो सकेगा, जिसके बाद सरकार से फंड प्राप्त करने में मदद मिल सकेगी। कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने उम्मीद जताई कि ट्रांसपोर्टर्स की पहल से ट्रांसपोर्ट नगर का विकास जल्द ही संभव होगा। इस बैठक में सांसद प्रतिनिधि राकेश गुप्ता, हरिओम राठौर, हरवीर सिंह रघुवंशी, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी अप्पल खान, मुन्ना राजा, विनोद शास्त्री सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी उपस्थित रहे।