शिवपुरी। सहकारी बैंक से 80.56 करोड़ के गबन के मास्टर माइंड चपरासी राकेश पाराशर का दूसरा बेटा शिवम पाराशर भी जेल पहुंच गया है। शिक्म को उसके सरपंच मामा पुलिस के पास लेकर पहुंचे। शिवम के चार निजी बैंक खातों में 4 करोड़ से अधिक का लेनदेन हुआ है। पुलिस ने पूछताछ की तो शिवम पाराशर अनजान बना रहा। कहने लगा कि मुझे पता नहीं चला, पिता ने मेरे खातों में पैसे जमा कर दिए।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की कोलारस शाखा में तीन साल पहले 80.56 करोड़ रुपए का गबन सामने आया था। इस बैंक गबन को चपरासी राकेश पराशर ने कोलारस शाखा में कैशियर के चार्ज में रहते अंजाम दिया। चपरासी राकेश का बेटा शिवम पाराशर के खिलाफ भी केस दर्ज है। कोलारस एसडीओपी ने फरार शिवम (27) पुत्र राकेश पाराशर निवासी राई की पौर वार्ड 8 रामेश्वर धाम मंदिर कोलारस को गुरुवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने शिवम को जेल भेज दिया है।
इन बैंक में हुआ लेनदेन
शिवम पाराशर के नाम से एक्सिस बैंक में 3 खाते और आईसीआईसीआई बैंक 1 खाता है। चपरासी राकेश पाराशर ने सहकारी बैंक कोलारस शाखा के अपने, भाई मुकेश पाराशर और नौकर रवि रजक के कॉपरेटिव खातों से शिवम पाराशर के चारों खातों में 4 करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शन किया है। साल 2020-21 में 5.31 करोड़ के गबन में 81 लाख रु. का लेनदेन हुआ है। इसी पहली एफआईआर में शिवम की गिरफ्तारी हुई है। वहीं, बैंक चपरासी राकेश पाराशर अपने बड़े बेटे चंचल पाराशर सहित जेल में पहले से बंद है। अब दूसरा बेटा शिवम भी जेल पहुंच गया है। भाई मुकेश पाराशर को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है जबकि मुकेश का बेटा गगन पाराशर भी जेल में बंद है।
बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रहे
चपरासी के बेटे के खाते में 4 करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शन हुआ है। शिवम ने अपने मामा के साथ खुद ही चलकर सरेंडर किया है। मामले में शेष लोगों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है। विजय कुमार यादव, एसडीओपी, कोलारस