शिवपुरी । शिवपुरी जिले के नरवर थाना सीमा में अपने मायके में निवास कर रही तलाकशुदा महिला ने जहर गटक कर सुसाइड करने का प्रयास किया है। विवाहिता का कुछ समय पूर्व ही तलाक हुआ था। बदरवास थाना सीमा में विवाहिता की साडी अचानक से थ्रेसर के बेल्ट में फस गई जिससे उसके गले मेे फंदा बन गया,पास मे खडे ससुर ने थ्रेसर का बेल्ट उतार दिया जिससे विवाहिता की जान बच गई।
तलाकशुदा महिला ने गटका जहर
शिवपुरी में तलाकशुदा महिला ने सोमवार को जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। परिजन तुरंत उसे नरवर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गए, जहां से डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। पीड़िता के पिता परमाल जाटव ने बताया कि पूर्व पति से बात करने के बाद से बेटी परेशान थी। डॉक्टरों के अनुसार अब उसकी हालत स्थिर है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
2 महीने पहले हुआ था तलाक
जानकारी के अनुसार 24 साल की मालती जाटव की शादी 2021 में चिनोर के रहने वाले युवक से हुई थी। शादी के बाद से ही पति-पत्नी के बीच विवाद शुरू हो गया, विवाद बढ़ने पर मामला अदालत तक पहुंचा। दो महीने पहले ही दोनों का तलाक हो गया। तब से मालती अपने मायके नरवर में रह रही थी।
पूर्व पति से बात के बाद तनाव में थी मालती
पीड़िता के पिता परमाल जाटव ने बताया कि सोमवार को मालती के पति का फोन आया था, उसके बाद से वो तनाव में थी। सुबह जैसे ही मैं खेत के लिए निकला बेटी ने तुरंत दरवाजे की कुंडी लगा ली, मुझे शक हुआ तो मैंने दरवाजा खटखटाया, लेकिन उसने नहीं खोला। शोर सुनकर पड़ोसी आ गए और सबने मिलकर दरवाजा तोड़ दिया। जैसे ही हम अंदर पहुंचे, तो देखा मालती बेहोश पड़ी थी। हम लोग तुरंत उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गए, जहां इलाज के बाद डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया
ससुर ने बचाई बहू की जान,साडी से गले में फंदा बन गया था
शिवपुरी जिले के बदरवास के गांव छोटी खजूरी में एक ससुर ने अपनी बहू की जान बचाई। सोमवार को गेहूं की थ्रेसिंग के दौरान सुनीता केवट की साड़ी थ्रेसर के पंखे में फंस गई। मौके पर मौजूद उनके ससुर कप्तान केवट ने तत्परता दिखाते हुए थ्रेसर की फैन बेल्ट उतार दी। तेज रफ्तार से घूम रहे फैन ने साड़ी को खींच लिया था। इससे सुनीता के गले में फंदा बन गया था।
बेल्ट उतारते समय हाथ जख्मी
सुनीता के पति लाखन केवट के अनुसार, उनके पिता ने बिना समय गंवाए बहू को मशीन से अलग किया। इस घटना में सुनीता के गले और गर्दन में गहरे घाव आए हैं। बेल्ट उतारते समय कप्तान केवट का हाथ भी जख्मी हो गया।
दोनों घायलों को जिला अस्पताल शिवपुरी में भर्ती कराया गया है। वहां उनका इलाज चल रहा है। गांव के लोगों का कहना है कि कप्तान की सूझबूझ ने एक बड़े हादसे को टाल दिया। उनकी इस बहादुरी की पूरे गांव में सराहना हो रही है।