शिवपुरी। शादियों के सीजन के साथ शहर की मुख्य सड़कों पर ट्रैफिक जाम के हालात बन रहे हैं। ऐसे समय में नगर पालिका क्रेन उपलब्ध नहीं करा पा रही है। किराए नहीं देने पर क्रेन वापस चली गई। इस कारण ट्रैफिक पुलिस कार आदि वाहन नहीं उठा पा रही है। ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई रुकने से जाम जैसे हालात बन रहे हैं। वहीं नगर पालिका सीएमओ का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस हमारी रसीदें नहीं काट रहीं। फिर 40 हजार रु. फिजूल के हम क्यों दें।
ट्रैफिक थाना टीआई रणवीर सिंह यादव का कहना है कि नगर पालिका ने क्रेन उपलब्ध कराई थी जो 6 दिन पहले चली गई है। नगर पालिका ने किराया नहीं दिया, जिससे मालिक अपनी क्रेन वापस ले गया है। मैरिज गार्डन व होटलों के बाहर नो पार्किंग में खड़ी होने वाली गाड़ियां नहीं उठा पा रहे हैं। इधर सीएमओ इशांक धाकड़ का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस चालान काटती है, जिसके संग नपा की रसीद भी काटी जाए। दो कर्मचारी हमारे और दो पुलिस वाले रखें, जिससे बेहतर तरीके से काम होगा।
हर महीने क्रेन के 40 हजार रु. खर्च हो रहे हैं। जबकि थीम रोड पर जाते समय हम गाड़ियां सड़क पर खड़ी देखते हैं। फिर कार्रवाई कहां हो रही है। गाड़ी वाले से पूछा कि महीने में कितनी गाड़ियां उठा रहे हो।
बता दें कि बुधवार की रात पुराने बाईपास रोड पर लंबा जाम लग गया था। शादियों के मुहूर्त को देखते हुए होटल व मैरिज गार्डन में शादियां हो रहीं हैं। पार्किंग की जगह बाहर वाहन खड़े होने और बारातें आधी से ज्यादा सड़क घेर लेती हैं जिससे ट्रैफिक जाम के हालात रहते हैं।
ऐसे में बिना क्रेन की मदद से गाड़ियां उठाकर कार्रवाई करना संभव नहीं हो पा रहा है। यदि नगर पालिका और ट्रैफिक पुलिस समन्वय से काम करे तो ट्रैफिक व्यवस्था आसानी से सुधर जाएगी।