SHIVPURI NEWS - सतनवाड़ा क्षेत्र के रहवासी बूंद-बूंद पानी के लिए मोहताज, सिंधिया को सौंपा ज्ञापन

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी शहर के सतनवाड़ा क्षेत्र की रहवासी महिलाओं ने कल मंगलवार को सिंधिया जी का स्वागत करते हुए मूलभूत सुविधाओं को लेकर एक ज्ञापन सौंपा हैं वहीं बताया जा रहा हैं कि सतनवाड़ा क्षेत्र के रहवासी पानी की इस गंभीर समस्या से गुजर रहे हैं,सभी को 450 या 500 रूपये में पानी को टेंकर डलवाना पड़ता हैं। जब पानी की समस्या को लेकर सरपंच से बात की जाती हैं तो वह कहता हैं कि हम कुछ नहीं कर सकते,जहां शिकायत करनी हैं कर सकते हो।

जानकारी के अनुसार सतनवाड़ा की रहनिवासी महिलाओं ने बताया कि सतनवाड़ा में पानी की बहुत गम्भीर समस्या उत्पन्न हो गई है, इस कारण ग्राम के निवासियों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम के सभी वस्ती में अभी तक नल-जल सुविधा नहीं है। जिस क्षेत्र में गल जाल सुविधा है वहां पर भी लगभग 2 महीने से पानी नहीं पहुंच रहा है। ग्राम की नल-जल योजना इतनी खराब है कि ग्राम के लोग मजदूर गरीब एवं महिलाओं को पानी के लिए बहुत दूर दूर तक भटकना पड़ रहा है। सतनवाड़ा क्षेत्र की वोटिंग लगभग 5 हजार के करीब हैं और सभी पानी के लिए पेरशान हो रहे हैं।

ग्राम की महिलाओं को पानी भरने के लिए देर रात तक कुओं, हेण्डपम्पों पर इधर-उधर भटकना पड़ता है एवं कुछ ग्रामवासियों तो पानी के लिए मोल टेंकर डलवाने पर मजबूर है। शुद्र पेयजल उपलब्द नहीं होने अथवा दूषित जल के उपयोग होने से ग्राम में स्वास्थ सम्मांधी समस्याएं बढ़ने लगी है कुंओं, हेण्डपम्पों में जल स्तर की कमी हो जाने से महिलाओं को पानी के लिए अधिक संघर्ष करना पड़ रहा है जिससे महिलाएं की गम्भीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है।

ग्राम के सरपंच को उक्त समस्याओं के बारे में अवगत कराया जाता है तो सरपंच/सचिव, के द्वारा यह बोला जाता है कि इस प्रकार की समस्याओं निवारण हम नहीं करा पाएंगे आपको जहां शिकायत करना करें। ऐसी शिकायतों से कुछ नहीं होता है।

कुंए को बारे से भरना पड रहा हैं
सतनवाड़ा के पास स्थित पतारा गांव में करीब 200 घरों की बस्ती है। यहां पानी के लिए हैंडपंप है, लेकिन उससे कभी पानी आता है तो कभी नहीं आता है। कुछ समय पहले सरपंच ने एक बोर कराया, लेकिन उसमें कुछ फंस जाने के कारण अब पानी नहीं आ रहा है। गर्मियों में समस्या अधिक बढ़ गई है। लोग सरपंच से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उनकी तरफ से भी इस मामले में अब तक कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। गांव से करीब एक किमी दूर हाइवे के दूसरी तरफ स्थानीय ग्रामीण सुरेश का कुआ है। यूं तो इस कुएं में भी पानी नहीं है, लेकिन इससे करीब आधा किमी दूरी पर ध्रुव सिंह का बोर है। इसमें पानी आ रहा है, इसलिए ग्रामीण पाइप डालकर बोर से कुए को भरते हैं।