शिवपुरी। हिंदू कैलेंडर के दूसरे महीने वैशाख माह की शुरुआत हो चुकी है। वैशाख माह को बहुत शुभ माना जाता है, क्योंकि ये महीना दान-पुण्य का महीना है और इस महीने श्री हरि विष्णु की उपासना का भी विशेष महत्व है। इसके साथ ही इस महीने अक्षय तृतीया सहित कई व्रत-त्योहार भी विशेष महत्व के रहेंगे। इसके अलावा अलग-अलग ग्रह द्वारा राशि और नक्षत्र परिवर्तन भी किया जाएगा। यही वजह है कि कई लिहाज से शुभ रहेगा। वैशाख महीने को वैशाख मास और माधव मास भी कहा जाता है। ये महीना 13 अप्रैल से शुरू हुआ है और 12 मई तक रहेगा।
इसलिए खास है वैशाख
इस महीने भगवान श्री हरि विष्णु के साथ ही साथ देवी की उपासना की जाती है। इस महीने भगवान विष्णु के अवतार परशुराम का प्राकट्योत्सव भी मनाया जाता है। यह मास इसलिए भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि साल भर में एक ही बार बांके बिहारी के चरणों के दर्शन वैशाख महीने में ही होते हैं। इसके साथ ही पवित्र सरोवर पवित्र नदियों विशेष कर गंगा नदी में स्ना दान पुण्य का महत्व होता है। वैशाख मास में ही ब्रह्मा जी ने तिब का निर्माण किया था। इसलिए इस मास तिल का विशेष प्रयोग किया जाता है भोजन, स्नान और दान-पुण्य में काले और सफेद तिलों का प्रयोग जरूर करें।
इस माह से मंगल कार्य की शुरुआत
मां लक्ष्मी और श्री हरि विष्णु की कृपा पाने का पर्व अक्षय तृतीया और मोहिनी एकादशी भी वैशाख मास में ही आती है। सभी प्रकार के मंगल कार्यों की शुरुआत हो जाती है। वैशाख मास मौसम बदलने का समय होता है गर्मी की शुरुआत हो जाती है बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है इसलिए खानपान पर विशेष ध्यान रखना होता है। वैशाख मास के साथ ही अधिक गर्मी की शुरुआत हो जा है। इस महीने में लिक्विड यानी फलों का जूस, सत्तू और पानी ज्यादा से ज्यादा मात्रा में सेवन करना चाहिए। तेल वाली चीज गरिष्ठ भोजन कम कर देना चाहिए।
इस बैसाख महीने में ये व्रत-त्योहार
गत 13 अप्रैल से प्रारंभ हुए वैशाख महीने में 16 अप्रैल को विकट संकष्टी चतुर्थी, 20 अप्रैल को कालाष्टमी, 24 अप्रैल को वरूथिनी एकादशी, 25 अप्रैल को प्रदोष व्रत, 26 अप्रैल को मासिक शिवरात्रि, 27 अप्रैल को वैशाख अमावस्या, 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया (आखातीज), 1 मई को विनायक चतुर्थी, 3 मई को गंगा सप्तमी, 5 मई को सीता नवमी, 8 मई को मोहिनी एकादशी, 9 मई को प्रदोष व्रत, 11 मई को नरसिंह जयंती और 12 मई को बुद्ध पूर्णिमा (पीपल पूर्णिमा) का त्योहार मनाया जाएगा।