एक्स रे ललित मुदगल @ शिवपुरी की सोशल मीडिया पर मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल की एक वीडियो सोशल पर तेजी से वायरल हुई थी। इस वीडियो में मंत्री जी पोहरी के सीईओ साहब से कह रहे है कि इससे पता चलता है कि तुम पूरे समय नौटंकी करने वाले लोग है। मामला पोहरी विधानसभा के जल गंगा संवर्धन कार्यक्रम का है इसमे पोहरी जनपद सीईओ गिर्राज शर्मा इस तपती गर्मी में मंत्री जी से वृक्षारोपण कराने वाले थे। मंत्री जी ने कहा इस गर्मी में पौधे के रोपण कैसे होगा और यह कहते हुए मंत्री जी जी भड़क गए और यह शब्द उनके मुख से प्रकट हो गए,इसके बाद यह वीडियो वायरल हो गए और मंत्री प्रहलाद पटेल ने सीईओ गिर्राज शर्मा को सस्पेंड कर दिया।
गर्मियों में पौधारोपण काण्ड मे सीईओ गिर्राज शर्मा को सस्पेंड करने के बाद अब सवाल भी खड़ा हो रहा है कि मंत्री जी को ने छोटी से नोटंकी अधिकारी को पकड लिया और तत्काल कार्यवाही करते हुए सस्पेंड कर दिया। इस कार्यवाही के लिए दिल से धन्यवाद है,लेकिन मंत्री जी को उनके ही विभाग के शिवपुरी में स्थापित पोषण आहार संयंत्र के कारनामे क्यों दिखाई नहीं देते,जबकि यह कारनामे टीएचआर प्लांट से निकलकर शिवपुरी की सोशल मीडिया,मीडिया सहित सिंधिया जी के हाथो मे आवेदन के रूप में पहुंच गए है।
पिछले कुछ माह से शिवपुरी का राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन का टीएचआर प्लांट सुर्खियों में बना हुआ है।। लगातार प्रिंट मीडिया खबरों का प्रकाशन कर रही है। कुछ दिन पूर्व शिवपुरी की मीडिया ने टीएचआर प्लांट की सीईओ युक्ति शर्मा और टीएचआर प्लांट की सुपरवाईजर शिवांगी शर्मा के बीच उपजा विवाद सुर्खियां बना हुआ है। शिवांगी शर्मा युक्ति शर्मा के विरोध में 4 दिन तक धरने पर बैठी रही। शिवपुरी के प्रशासनिक अधिकारी इस मामले में मीडिया को अधिकृत बयान देने से बचते रहे।
आखिर ऐसा क्या होता है इस चारदीवारी के अंदर
टीएचआर प्लांट की सुपरवाईजर युक्ति शर्मा का आरोप था कि प्लांट की सीईओ युक्ति शर्मा ने उनके मोबाइल को बंधक बनाकर लॉकअप में बंद कर लिया था बार बार मांगने पर ही इस मोबाइल को रिहा नही किया जा रहा था। युक्ति शर्मा को अपना मोबाइल लॉकअप से आजाद कराने के लिए देहात थाना पुलिस की मदद लेनी पडी। इस पूरे मामले में सवाल यह है कि ऐसा क्या हो रहा था इस चारदीवारी के अंदर जिससे सीईओ युक्ति शर्मा को एक कर्मचारी का मोबाइल छीनना पड़ा,इस मोबाइल में ऐसा क्या कैद हो गया था जिसे युक्ति शर्मा सार्वजनिक नही करना चाहती है। ऐसे कई सवाल इस विवाद को जन्म दे रहे है।
महिलाओं की झूठी सीआर लिखवाने का दबाव
टीएचआर प्लांट की डिस्पैच सुपरवाई शिवांगी शर्मा ने मीडिया को बयान दिया था कि सीईओ युक्ति शर्मा ने उन पर महिला गार्डों के खिलाफ झूठी रिपोर्ट बनाने का दबाव डाला। उन्हें कहा गया कि वे अपनी रिपोर्ट में लिखें कि महिला गार्डों के ड्राइवरों से अवैध संबंध हैं। जब उन्होंने इस झूठी रिपोर्ट को लिखने से इनकार किया, तो उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी दी गई।
नियम विरुद्ध बनी है CEO युक्ति शर्मा
युक्ति शर्मा निर्धारित नियमों के आधार पर टीएचआर प्लांट की सीईओ बनने की योग्यता ही नहीं रखती हैं। ऐसे में उन्हें टीएचआर प्लांट के सीईओ पद से हटाया जाना चाहिए। नियमानुसार सीईओ बनने लिए कर्मचारी का द्वितीय श्रेणी अधिकारी होना अनिवार्य है, जबकि युक्ति शर्मा द्वितीय श्रेणी अधिकारी नहीं हैं। अधिकारी की न्यूनतम सेवा सात साल की होनी चाहिए, लेकिन वर्तमान सीईओ की सेवा को सात साल नहीं हुए हैं। कोई विभागीय जांच लंबित अथवा आपराधिक प्रकरण न हो, लेकिन युक्ति शर्मा के खिलाफ कई जांचें प्रचलित हैं और एफआइआर के आदेश भी हुए हैं।
सरकारी सामान तक नही छोडा
भ्रष्टाचार और विवादों की ब्रांड एम्बेसडर बनी युक्ति शर्मा जब जनपद पंचायत औबेदुल्लागंज जिला रायसेन की सीईओ के रूप में पदस्थ थी है। 2024 में जनपद पंचायत के कर्मचारियों व ग्राम सचिवों ने उनके खिलाफ हड़ताल की थी। उनका कहना था कि युक्ति शर्मा हर काम के लिए कमीशन मांगती हैं। 27 अगस्त 2024 को युक्ति शर्मा को जनपद पंचायत से हटाकर शिवपुरी के पोषण आहार संयंत्र में मुख्य कार्यपालन अधिकारी बना दिया गया। तबादले की सूचना मिलते ही युक्ति शर्मा ने ऑटो में अपने कार्यालय का सामान रखा और चली गईं। यह सब सरकारी सामान था।
कंप्यूटर, इंडक्शन सहित कई सामान ले गई
इसमें कार्यालय का कम्प्यूटर, प्रिंटर व उनके कार्यालय में लगा बेड, गद्दा, इंडक्शन कुकर तक शामिल था। जनपद पंचायत ने चार अक्टूबर 2024 और तीन मार्च 2025 को पत्र लिखकर सामान लौटाने को कहा तो जवाब में युक्ति शर्मा ने लिखा कि जनपद पंचायत में बेड का बिल हो तो बताएं। कर्मचारियों का कहना है कि वह बेड कुछ सचिवों ने पैसा मिलाकर खरीदा था, जिससे सीईओ छोटी बच्ची को आराम करा सके। कम्प्यूटर उपकरणों आदि पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। मामला जिला पंचायत सीईओ के संज्ञान में आया तो उन्होंने एफआईआर कराने के निर्देश दिए। मौजूदा सीईओ वृंदावन मीणा ने थाना प्रभारी औबेदुल्लागंज को पत्र लिखकर एफआईआर दर्ज करने को कहा है।
सवाल जनता के मन में है
इसके अलावा शिवपुरी मे हाउसकीपिंग में काम करने वाली महिला विमला जाटव के जातिगत अपमान को लेकर की गई शिकायतों के मामला, महिला सुरक्षाकर्मी ज्योति शर्मा का गर्भपात हुआ था आरोप था कि मैडम की हिटलर शाही के कारण यह हुआ,गर्भवती सुरक्षाकर्मी को खाना खाने के लिए तक बैठने नही दिया गया था। समूह की अध्यक्ष को बाला-बाला बदलने के मामले में जांच के दौरान सीईओ दोषी पाई गई है,टीएचआर प्लांट की सीईओ युक्ति शर्मा पर कई गंभीर आरोप है,लेकिन अभी तक किसी भी मामले में कार्यवाही नहीं की गई है। इधर मंत्री महोदय प्रहलाद पटेल ने सीईओ गिर्राज शर्मा की नौंटकी दिख गई और उनको सजा के रूप में सस्पेंड कर दिया गया,लेकिन शिवपुरी में महिलाओ की शोषण के आधा दर्जन आरोप झेल रही,सरकारी सामान चुराने के आरोप में एफआईआर के आदेश तक हो चुके है इस महिला अधिकारी के कारनामे मंत्री महोदय को नही दिख रहे है यह सवाल अब शिवपुरी के जनता के मन मे है।