SHIVPURI NEWS -सिद्धेश्वर मेला फिर विवाद, बोले SDM नगर पालिका चाहे तो दूसरी किसी जगह मेला लगा ले

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी शहर में सिद्धेश्वर मंदिर मैदान में सालो से मेला लग रहा है पिछले कई वर्षो से मेला लगने से पूर्व विवाद खडे हो जाते है। इस बार उधारी का विवाद सामने आया है,इस बार सिद्धवर ट्रस्ट अपनी उधारी को लेकर विवाद करना शुरू कर दिया।  मेले का टेंडर 26 मार्च को हो गया था और मेले का ठेका ग्वालियर के एक ठेकेदार ने 61 लाख 11 हजार रुपए में लिया है।

चूंकि जिस मैदान में मेला लगता है, वह सिद्धेश्वर ट्रस्ट ठेके की 61 लाख 11 हजार रुपए की राशि में से आधी राशि मैदान के बदले मांग रही है, जबकि नगर पालिका आधी राशि देने को किसी कीमत पर राजी नहीं है। नगर पालिका मेला लगवाने की एवज में महज 5 लाख रुपए तक सिद्धेश्वर ट्रस्ट को दे सकती है। ऐसे में इस विवाद के कारण मेला अभी तक नहीं लगा है।

एसडीएम उधारी वसूलने को लेकर जिद पर अड़े
नगर पालिका प्रबंधन व सिद्धेश्वर मंदिर ट्रस्ट के बीच चल रही खींचतान के फेर में यह मेला नहीं लग पा रहा है। ट्रस्ट का प्रमुख कोई और नहीं बल्कि एसडीएम शिवपुरी है। दो शासकीय विभागों में तालमेल न होने के कारण इसका खामियाजा कहीं न कहीं शहर व जिले के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि ठेकेदार जिसने मेले का ठेका लिया है. उसको टेंडर खुलने के बाद कुछ प्रतिशत राशि जमा करनी थी, वह राशि भी ठेकेदार ने अभी तक जमा नहीं की है। जबकि यह नियम ठेका लेने की शर्तों में है।

इधर कुछ दिनो में यह मेला नगर पालिका द्वारा नहीं लगाया जाता तो कोई भी ठेकेदार एसडीएम कार्यालय से अनुमति लेकर किसी भी स्थान पर अपने हिसाब से मेला लगा लेगा और नगर पालिका को मेला लगने से जो 61 लाख 11 हजार रुपए का राजस्व मिलना है, उसका नुकसान हो जाएगा। चूंकि इस समय पर हर साल मेला लगता है और मेले से जहां दुकान द्वारों को रोजगार मिलता है वही लोग भी मेला देखने बड़ी संख्या में आते है।

45 दिन लगता है मेला, अभी स्थान तय नहीं
शहर में आज से नहीं बल्कि कई सालों से यह मेला हर साल लगता आ रहा है। पिछली बार मेले का ठेका 36 लाख रुपए में गया था और इस बार यह बढ़कर 61 लाख 11 हजार रुपए हो गया है। मेला अप्रेल माह से लेकर आधा मई माह तक चलता है और इस दौरान इस मेले को देखने के लिए न केवल शिवपुरी बल्कि आसपास के जिलों से भी लोग आते है। हर दिन हजारों की संख्या में लोग इस मेले का आनंद लेने आते है। वैसे तो मेला 45 दिन का होता है, लेकिन इसके बाद भी 15 दिन अधिक समय यह मेला यहां पर सांठगांठ कर संचालित होता है। अब मेला लगने में 15 दिन से अधिक समय की देरी हो गई है। ऐसे में मेला लगने का काम चाई में पड़ सकता है।

नियम में है ठेके की 50 फीसदी राशि
इधर इस मामले में सिद्धेश्वर ट्रस्ट की माने तो यह कलेक्टर का नियम है कि मेला लगाने की एवज में जो ठेका हुआ है, उसकी आधी राशि सिद्धेश्वर ट्रस्ट को देनी होगी। इतना ही नहीं पहले के 21 लाख रुपए की राशि भी नगर पालिका पर बकाया है। ऐसे में जब तक पुराना भुगतान व नए ठेके की राशि में से आधा भुगतान नहीं मिलता, तब तक सिद्धेश्वर मैदान में मेला नहीं लग पाएगा।

यह बोले जिम्मेदार
सिद्धेश्वर ट्रस्ट वाले हमसे ठेके की आधी राशि मांग रहे है जो कि संभव नहीं है। इसी बात पर से पूरा मामला अटका पड़ा है। हम जल्द कलेक्टर सर से इस संबंध में बात कर मामले को सुलझवा लेते हैं। हम जल्द मेले को लगवाएंगे।
इशांक धाकड़, सीएमओ, नगर पालिका, शिवपुरी।

ठेका जितनी राशि में हुआ है। उसकी आधी राशि जमा करने का नियम है। यह नियम कलेक्टर के आदेश पर ही है। इसके अलावा 21 लाख रुपए का पुराना भुगतान है। जब तक नए ठेके की आधी राशि व पुराना भुगतान जमा नहीं होता, तब तक कैसे काम होगा। नगर पालिका चाहे तो दूसरी किसी जगह मेला लगा ले।
उमेश कौरव, एसडीएम, शिवपुरी