शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका के सफाई कर्मचारी 31 मार्च से हड़ताल पर चले गए है,इस कारण शहर में सफाई की व्यवस्था ठप पड़ी है। सफाई कर्मचारी अपनी 25 मांगों को लेकर हड़ताल पर डटे है आज नगर पालिका सीएमओ इशांक धाकड ने हड़ताल पर गए सफाई कर्मियों से बातचीत करने का प्रयास किया लेकिन सफाई कर्मियों के नेताओं के नही होने पर बातचीत नहीं हो सकी है। अब इस मामले में बुधवार को बातचीत होगी। वही सीएमओ ने बताया कि जो 25 मांग इन लोगों ने रखी है उसमे से अधिकांश मांगों का निराकरण हो चुका है। कुछ मांगे शासन स्तर पर बातचीत से संभव है।
आज सुबह लगभग 10 बजे नगर पालिका के सफाई कर्मी अपना काम छोड़कर नगर पालिका आ पहुंचे। हड़ताल की घोषणा के बाद आज 12 बजे मांगों को लेकर इशांक धाकड और सफाई कर्मियों की बातचीत होनी थी। सीएमओ निर्धारित समय पर नगर पालिका पहुंच गए थे,लेकिन हड़ताल पर बैठे सफाई कर्मियों ने कहा कि हमारे नेता नहीं आए है इसलिए आज बातचीत संभव नहीं है।
सीएमओ ने कहा कि अधिकांश मांगो का निराकरण हो चुका है
सीएमओ इंशाक धाकड ने मीडिया को बताया कि हमारे सफाई कर्मचारी अपनी 25 मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए है। इनमे से अधिकांश मांगो का निराकरण हो चुका है। सीएमओ ने बताया कि शासन के नियमअनुसार कर्मचारी 8 घंटे काम करने का नियम है इसलिए 6 घंटे काम करने की मांग को नगर पालिका मंजूर नहीं कर सकती है। वही सफाई सेवा अत्यंत आवश्यक सेवा मे आती है इस कारण शनिवार रविवार का अवकाश स्वीकृत नही हो सकता है। रविवार का अवकाश सफाई कर्मियों को दिया जाता है। सफाई कर्मियों का वेतन नगर पालिका जब देती है जब मध्यप्रदेश शासन पालिकाओ की चुंगी हमारे खाते में जमा करता है। नगर पालिका शिवपुरी मे सबसे पहले वेतन सफाई कर्मचारियों को दिया जाता है।
वही सीएमओ धाकड ने बताया कि एक मांग अनुकंपा नियुक्ति की भी है नगर पालिका में इस मामले में जिस आवेदक ने अपने पूरे दस्तावेज जमा करा दिए है उनकी नियुक्ति की जा चुकी है वही इनकी मांग में अस्थाई कर्मचारियों के अनुकंपा नियुक्ति की मांग है शासन केवल स्थाई कर्मचारियों के परिजनों को ही अनुकंपा नियुक्ति करता है। इन 25 मांगो में एक मांग वरिष्ठ पदों का प्रभार वरिष्ठता अनुसार दिए जाने की है हमारा कहना है कि हमने कई बार प्रयास किया है कर्मचारी वरिष्ठता के अनुसार पद लेने को तैयार रही है कोई एक भी आवेदन हो तो हमे बताए। सीएमओ ने कहा कि आज हमने हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों से बात करने का प्रयास लेकिन इनके नेता नही होने के कारण बातचीत नहीं हो सकी।