शिवपुरी। शिवपुरी का जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक 800 मिलियन के घोटाले के कारण कंगाल हो चुका है शिवपुरी जिले के सहकारी बैंक 92028 खाते है और इन सभी खाताधारकों की लगभग 192 करोड की जमापूंजा पर हॉल्ड लग चुका है। पिछले कई सालो से बैंक में एक भी नया अकाउंट भी नहीं खुला है,वही सैकड़ों की संख्या में जनसुनवाई में अकाउंट से पैसा नही निकलने की शिकायत पहुंच चुकी है।
यह मामला विधानसभा में विधायक देवेंद्र जैन ने उठाया था,अब इस कंगाल बैंक को 50 करोड़ रुपए की राहत मिलने की खबर मिल रही है। क्षेत्रीय सांसद और केंद्रीय मंत्री सिंधिया के प्रयासों से शिवपुरी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक को प्रदेश सरकार की ओर से 50 करोड़ की तात्कालिक आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्णय को स्वीकृति मिली है।
यह सहायता उस संकट की घड़ी में आई है जब बैंक गबन के मामलों के कारण वित्तीय संकट से गुजर रहा था। यहां बता दे कि शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन ने विधानसभा सत्र के दौरान यह प्रश्न उठाया था जिसको मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गंभीरता से लिया और यह राशि मंजूर हुई। विधायक देवेंद्र जैन ने मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व मुख्यमंत्री मोहन यादव व सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग का आभार व्यक्त किया है।
विधायक देवेंद्र जैन ने विधानसभा में प्रश्न लगाया और मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी को भी इस बारे में अवगत कराया। इसके बाद शिवपुरी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को दिसंबर 2024 में पत्र लिख वित्तीय सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया था। तीन महीने के अंदर ही मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मध्य प्रदेश राज्य सहकारी बैंक मर्यादित के माध्यम से शिवपुरी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक को रु 50 करोड़ की वित्तीय सहायता देने की मंजूरी दी है। इससे हजारों किसानों, छोटे व्यापारियों और गरीब जमाकर्ताओं को राहत मिलेगी।
सिंधिया की कोशिश से किसानों के लिए बड़ी राहत
सिंधिया ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में किसानों के प्रति गहरी चिंता व्यक्त की थी। अब यह राहत राशि किसानों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि बैंक पर खाद, बीज एवं कृषि से जुड़ी जरूरतों की आपूर्ति हेतु क्षेत्रीय निर्भरता अत्यधिक है।
गरीब किसानों को मिलेगी बड़ी राहत
विधायक देवेंद्र जैन ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को एक बहुत बड़ी सौगात दी गई है। गरीब किसानों की पूंजी के 80 करोड़ में से 50 करोड़ की राशि मंजूर हुई है जिससे अब उनको बड़ी राहत मिलेगी।
कोलारस : गबन मामले में इन लोगों पर अपराध पंजीबद्ध है
80.56 करोड के गबन मामले में भृत्य एवं प्रभारी कैशियर राकेश पाराशर, तत्कालीन शाखा प्रबंधक स्व. श्रीकृष्ण शर्मा, राकेश कुलश्रेष्ठ, सौरभ मेहर, ज्ञानेंद्र दत्त शुक्ला, रमेश राजपूत, कंप्यूटर ऑपरेटर रेनू शर्मा, सीबीएस प्रभारी एवं प्रबंध लेखा प्रभात भार्गव, प्रभारी प्रबंध लेखा रामप्रकाश त्यागी, सहायक लेखापाल हरिवंश शरण श्रीवास्तव, तत्कालीन सीईओ एएस कुशवाह, मिलिंद सहस्त्रबुद्धे, डीके सागर, वायके सिंह, लता कृष्णन पर अपराध पंजीबद्ध है। 2.22 करोड़ वसूले हैं और 78.34 करोड़ बकाया है।
गबन मामले में अभी तक की स्थिति
- ब्याज माफी के 25.49 करोड़ मिले।
- जमाकर्ताओं को 32.69 करोड़ का भुगतान हुआ।
- बचत खाते 92028 का 192.06 करोड़ जमा है।
- चालू खाते 770 का 7.42 करोड़ जमा है।
- सावधि जमा खाते 7039 हैं जिनका 92.18 करोड़ जमा है।
- बैंक संचालन के लिए 150 करोड़ की जरूरत है।
यह आंकड़े जुलाई 2024 के विधानसभा के सत्र में विधायक देवेंद्र जैन के सवाल में सरकार को दिए गए जवाब से लिए गए है।