शिवपुरी। लंबे इंतजार के बाद राज्य शिक्षा केंद्र ने गरीब और कमजोर वर्ग के बच्चों के निशुल्क एडमिशन के लिए शेड्यूल जारी कर दिया है। पिछले साल यह एडमिशन प्रक्रिया फरवरी में ही शुरू हो गई थी, ताकि सत्र शुरू होते ही गरीब विद्यार्थियों का भी प्रवेश हो सके। लेकिन इस बार मई के पहले सप्ताह से निःशुल्क एडमिशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके लिए निजी स्कूलों को आरक्षित सीटों की संख्या 5 मई तक पोर्टल पर अपलोड करनी होगी।
ऑनलाइन एडमिशन के लिए आवेदन की प्रक्रिया 7 मई से शुरू होगी। विद्यार्थियों के अभिभावक 21 मई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और उसमें त्रुटि सुधार सकते हैं। यह प्रवेश प्रक्रिया पूरे पूरे एक एक महीने चलेगी और जून में विद्यार्थियों को अलॉटेड स्कूल में उपस्थित होना होगा। खास बात यह है कि आरटीई के तहत अपने बच्चों के एडमिशन के लिए विद्यार्थियों के पास एक ही चरण रहेगा।
आरटीई के लिए ऑनलाइन आवेदन 7 मई से शुरू होंगे, जो 21 मई तक चलेंगे। इसी दौरान आवेदन में त्रुटि सुधार भी किया जा सकता है। आवेदन का सत्यापन भी 7 मई से होगा, जो 23 मई तक चलेगा। 29 मई को रेंडम पद्धति से ऑनलाईन लॉटरी द्वारा विद्यार्थियों को स्कूल का आवंटन होगा और उन्हें एमएमएस से सूचना मिलेगी। स्कूल के आवंटन के बाद 2 जून से 10 जून तक विद्यार्थी को आवंटित स्कूल में उपस्थित होना होगा।
एडमिशन के लिए विद्यार्थियों की आयु सीमा तय
इस बार राज्य शिक्षा केंद्र ने कक्षा में प्रवेशित बच्चे की आयु भी निर्धारित की है। नर्सरी कक्षा में न्यूनतम 3 वर्ष और अधिकतम 4 वर्ष 6 महीने, केजी-1 में न्यूनतम 4 वर्ष और अधिकतम 5 वर्ष 6 महीने, केजी-2 में न्यूनतम आयु 5 वर्ष और अधिकतम आयु 6 वर्ष 6 महीने तथा कक्षा पहली में न्यूनतम 6 वर्ष और अधिकतम 7 वर्ष 6 महीने निर्धारित की है।
पहले चरण में होगी प्रवेश प्रक्रिया
बता दें कि राज्य शिक्षा केंद्र ने जो प्रवेश प्रक्रिया जारी की है, उसमें प्रवेश के लिए एक ही चरण दिया है। जबकि इससे पहले प्रवेश के 3 से 4 चरण भी होते थे। वही इस बार स्कूल संचालक मोबाइल एप से एडमिशन रिपोर्ट देंगे। सत्यापन के समय केंद्र पर विद्यार्थी के मूल दस्तावेज लेकर अभिभावक को उपस्थित होना होगा। पिछले शिक्षा सत्र 2024'—2025 में लगभग 4500 आरटीई के तहत एडमिशन होने थे लेकिन यह सीट पूरी नहीं भरी थी।