करैरा। करैरा तहसील में ग्राम दावर भाट, हाल निवासी अहमदाबाद की बुजुर्ग महिला सरोज (60) पुत्री स्व. रघुवीर सिंह यादव ने जमीन सौदे में ठगी का आरोप लगाते हुए करैरा थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। महिला ने बताया कि उन्होंने 56 लाख रुपये में अपनी पुश्तैनी जमीन बेची, लेकिन रजिस्ट्री केवल 28 लाख रुपये में करवाई गई। शेष राशि न देने के साथ अब जान से मारने की धमकी - दी जा रही है।
पीड़िता सरोज यादव ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2010 में उन्होंने अपनी मां के जीवन-यापन के लिए दिनारा क्षेत्र में सर्वे नंबर 734, 737, 739 और 741 की जमीन खरीदी थी। मां के निधन के बाद वह जमीन बेचना चाहती थीं। जनकपुर गांव के गौरव यादव, लीलावती यादव और आशीष यादव ने उक्त जमीन खरीदने की बात कही और 56 लाख रुपये में सौदा तय हुआ। रजिस्ट्री शुल्क बचाने के बहाने गौरव ने केवल 35 लाख रुपये में रजिस्ट्री संपादित कराई और उसी दिन सरोज को मात्र 28 लाख रुपये नकद दिए।
बाकी 22 लाख रुपये अगले दिन बैंक ट्रांसफर करने का वादा किया। इसके बदले में 6 लाख रुपये का एक चेक भी दिया गया, जो बाद में बैंक में जमा करने पर बाउंस हो गया। सरोज का कहना है कि रजिस्ट्री वाले दिन वह तैयार नहीं थीं, लेकिन तीनों ने उन्हें विश्वास में लेकर 23 जनवरी 2024 को रजिस्ट्री करवा ली। बाद में जब उन्होंने बकाया राशि मांगी, तो टालमटोल करते रहे और अंत में पैसे देने से इनकार कर जान से मारने की धमकी देने लगे। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर गौरव यादव, लीलावती यादव और आशीष यादव के खिलाफ केस दर्ज किया है।
2.50 लाख से ज्यादा के स्टांप शुल्क चोरी हुए
करैरा पुलिस थाने में जमीन सौदे में धोखाधड़ी के साथ स्टांप शुल्क चोरी भी उजागर हो गई है। तय सौदे के हिसाब से जमीन की कीमत 56 लाख रु. है। जबकि रजिस्ट्री 35 लाख रु. में संपादित कराई है। 2.50 लाख रु. से ज्यादा की स्टांप शुल्क चोरी सामने आई है। केस दर्ज होने के साथ ही जमीन खरीदने वालों के साथ सेवा प्रदाता की पोल खुल गई है।