शिवपुरी। पिछोर की बजरंग कॉलोनी में शुक्रवार की दोपहर वायुसेना के फाइटर प्लेन से गिरी धातु के टुकड़ों को एकत्रित कर एयर फोर्स की टीम शनिवार की देर शाम वापस लौट गई। करीब 20 फीट तक गढडा खुदाई के दौरान पानी निकलने पर मेटल डिटेक्टर से एरिया खंगाला लेकिन टीम को कुछ भी नहीं मिला।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार की सुबह 11 बजे पिछोर की बजरंग कालोनी में निवासरत शिक्षक मनोज सगर के घर पर वायुसेना के फाइटर प्लेन से धातु मशीन से खुदाई कर फाइटर प्लेन से गिरे पार्टिकल को ढूंढती एयरफोर्स की टीम। नईदुनिया का टुकड़ा गिरा था। धातु के उक्त टुकड़े से शिक्षक का न सिर्फ घर क्षतिग्रस्त हो गया था बल्कि आंगन में भी कई फीट गहरा गड्डा हो गया था।
इसी क्रम में जिला प्रशासन द्वारा ग्वालियर एवरवेस को सूचना दी गई तो एयर फोर्स की टीम पिछोर पहुंची। एयरफोर्स की टीम ने धातु के टुकड़ों की तलाश में JCB मशीन से मौके पर खुदाई शुरू करवाई। शुक्रवार को करीब दस फीट से अधिक गहराई तक खुदाई की गई, परंतु वहां कुछ नहीं मिला। इसके बाद शनिवार की सुबह फिर से खुदाई शुरू की गई।
यह खुदाई करीब 20 फीट के बीच पहुंची तभी जमीन में पानी निकल आया। इस कारण खुदाई मुश्किल हो गई, तो टीम खुदाई को रुकवा दिया गया। इसके बाद एयरफोर्स की टीम ने मेटल डिटेक्टर मंगवा कर पूरे क्षेत्र में तलाश शुरू की, लेकिन कहीं कुछ नहीं मिला। इसके बाद टीम ने खोदे गए पूरे क्षेत्र की समतल किया और देर शाम वापस ग्वालियर के लिए रवाना हो गई।
शिक्षक के परिवार ने पड़ोसी के घर काटी रात
हादसे में मनोज सगर का घर क्षतिग्रस्त हो जाने और एयरफोर्स द्वारा पूरे मकान को अपने कब्जे में लिए जाने के बाद शिक्षक मनोज सगर के परिवार को रात बिताने के लिए अपने पड़ोसी के घर पर पनाह लेनी पड़ी। उन्होंने शुक्रवार को रात वहीं काटी और शनिवार को भी पूरा परिवार पड़ोसी के वहीं डेरा डाले हुआ था।
एयरफोर्स की टीम ने मेटल
डिटेक्टर से पूरे एरिया में संचिग की, लेकिन न तो उन्हें खुदाई में कुछ मिला और न ही मेटल डिटेक्टर से कुछ और होने की संभावना नजर आई। टीम को जो धातु के टुकड़े उन्हें मिले, उन्हें कलेक्ट करके टीमन ने शाम के समय अपनी दस्तावेजी कार्रवाई पूरी की और वापस रवाना हो गई। -
प्रशांत शर्मा, एसडीओपी पिछोर ।