SHIVPURI NEWS - स्वास्थ्य विभाग की कृपा से झोलाछाप ऑपरेशन और 12वीं पास चला रहा था मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले के करैरा अनुविभाग के दिनारा कस्बे में एक नवजात की मौत के मामले के बाद स्वास्थ्य विभाग की कड़वी सच्चाई सामने आई है कि किस प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों में जिला स्तर और ब्लॉक स्तर की अधिकारी आंख मूंद कर बैठे हैं। क्लीनिक मात्र के रजिस्ट्रेशन पर एक नर्सिंग हॉम संचालित था और उसमे डिलीवरी ओर सिजिरियन आपरेशन किए जाते थे। इसी प्रकार का मामला 8 माह पूर्व भी ऐसा सुर्खियो मे आया था जब जिला स्तर से पहुंची टीम ने करैरा में संचालित एक अस्पताल का पर्दाफाश किया था,8 माह पूर्व जांच टीम का गठन किया गया था,लेकिन आज तक जांच पता नही है,लेकिन अस्पताल प्रबंधन फिर वही पाप कर रहा है,अगर 8 माह पूर्व कार्यवाही की जद मे आए करैरा के सागर हॉस्पिटल पर सख्त कार्यवाही होती तो दो दिन पूर्व दिनारा मे एक नवजात की मौत नहीं होती।

पहले समझे मामले को,यह झोलाछाप कर रहे थे ऑपरेशन  
16 अप्रैल को महिला मिथिलेश की मां पीतांबरा क्लीनिक में नॉर्मल डिलीवरी करा दी, जिसमें नवजात शिशु की मौत हो गई। 18 अप्रैल 2025 को दिनारा कस्बे में माँ पीताम्बरा क्लीनिक के रजिस्ट्रेशन पर संचालित नर्सिंग होम का निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान टीम को यहां मरीजों का रिकॉर्ड, पर्वे, अल्ट्रासाउंड, गर्भपात की दवाएं, ओटी टेबल आदि सभी सामग्री मिली है। जांच में प्रथम दृष्टया यहां गर्भपात होने की संभावना भी सामने आई है। खास बात यह है कि जिस डॉक्टर के नाम पर उक्त क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन किया गया था, वह डॉक्टर तो उक्त क्लीनिक में उपचार करने के लिए आता ही नहीं था। 18 अप्रैल को छापे में समान के साथ रजिस्टर मिला जिसमें 117 नॉर्मल डिलीवरी व 8 सीजर से संबंधित जानकारी है,इस पूरे मामले में यह निकलकर आया है इस क्लीनिक पर कोई एमबीबीएस डॉक्टर नहीं था,केवल एक बी फार्मा किए हुए व्यक्ति इसका संचालन कर रहा था। इस अस्पताल में कौन कौन से डॉक्टर प्रसव,ऑपरेशन और गर्भपात कराने आता था। यह एक जांच का बडा विषय है।

छापामार कार्यवाही के बाद जांच टीम गठित
झांसी के डॉक्टर के नाम पर क्लीनिक की आड़ में अवैध अस्पताल संचालित करने मामले में अब कमेटी गठित कर दी है। अवैध अस्पताल से जब्त सामान व रजिस्टर के आधार पर जांच की जाएगी। सीएमएचओ डॉ. संजय ऋषिश्वर ने बताया कि जिला क्षय अधिकारी डॉ. अल्का त्रिवेदी, करैरा सीबीएमओ डॉ. रोहित भदकारिया और जिला अस्पताल शिवपुरी की नर्सिंग ऑफिसर का जांच दल गठित किया है। तीन दिन में जांच कर प्रतिवेदन मांगा है।

संबंधित से संपर्क कर पता लगाएं कि डिलीवरी के बाद जच्चा-बच्चा की स्थिति क्या है। इसके अलावा संबंधित बच्चों के जन्म प्रमाण कहां से और किसने बनवाए हैं। अवैध अस्पताल में दिनारा अस्पताल के स्टाफ की भूमिका है। एएनएम की संविदा नियुक्ति का नोटिस पहले ही देकर हटा दिया है। अन्य स्टाफ पर चिह्नित होने पर कार्रवाई होगी। इस मामले में थाने में विभाग की ओर से एफआईआर कराई जा रही है।

अब पढ़िए इसी प्रकार का 8 माह पूर्व का मामला
13 अगस्त 2024 को तत्कालीन सीएमएचओ डा पवन जैन व टीकाकरण अधिकारी डॉ संजय ऋषिश्वर ने करैरा में फूटा तालाब के पास न्यू सागर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के नाम से एक अस्पताल का निरीक्षण किया था। टीम ने जब अस्पताल के पंजीयन संबंधी दस्तावेज मांगे तो अस्पताल का संचालक कोई थी जानकारी एवं दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवा पाया।

अस्पताल का संचालन पूरी तरह से अवैध रूप से किया जा रहा था। यहां झांसी से डॉक्टर बुलवाकर मरीजों के ऑपरेशन, सीजर व प्रसव तक अस्पताल में करवा रहा था। टीम को इस ऑपरेशन थियेटर में सर्जरी कराने से उपकरणों के साथ बेहोश करने दवाएं एवं गर्भपात कराने की सामग्री भी पाई गई।

अब यह सागर मल्टी स्पेशलिटी हास्पिटल शान से फिर खडा है सील होने के बाद 1 माह बाद इस अस्पताल के पूरे पाप रिश्वत की दम पर धूल गए । जब इस हास्पिटल को सील गया था जब तत्कालिन सीएमएचओ डॉ पवन जैन का बयान मीडिया मे प्रकाशित हुआ था कि 12वीं पास व्यक्ति इस हॉस्पिटल को संचालित कर रहा था,अब उम्मीद है कि दिनारा के मॉ पीतांबरा क्लीनिक को इसी प्रकार जांच में लीपापोती कर पुन:खुलवा दिया जाऐगा।