शिवपुरी। विश्व धरोहर दिवस के अवसर पर दून पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं ने अपनी संस्कृति एवं सांस्कृतिक विरासत को जानने के लिए जिला संग्रहालय शिवपुरी का भ्रमण किया। संग्रहालय का प्रवेश द्वारा चुडैल छाप शैलाश्रय के स्थापत्य की प्रतिकृति के रूप में भव्यता के साथ बनाया गया है। यहां आदि मानव, ब्राह्मी लिपि व पेंटिंग (चित्र) आकर्षण का केन्द्र है। द्वितीय शती ई.पू. का यह शैलाश्रय टुंडा भरका खो माधव नेशनल पार्क में स्थित है। शिवपुरी जिला संग्रहालय में सैंकड़ों वर्ष पहले की स्थापत्य कला, मूर्तिकला, अस्त्र-शस्त्र, साज-सामान का संग्रह है जिससे हमें अतीत की सामाजिक, आर्थिक परिस्थितियों से रूबरू होने का अवसर मिलता है।
अखलाक खान ने छात्रों से संवाद करते हुए कहा कि संग्रहालय में रखे गए दस्तावेज, मूर्तियां एवं अन्य सामग्री हमें अपने इतिहास को सही रूप मे जानने का अवसर देते हैं व उनका वैज्ञानिक विश्लेषण कर सुन्दर भविष्य का निर्माण करने को प्रेरित करते है।
दून पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर शाहिद खान ने संदेश दिया कि अतीत को समझने के लिए संग्रहालय का भ्रमण कर कलाकृतियों व प्राचीन अभिलेखों का अध्ययन कर शिवपुरी जिले के गौरवशाली इतिहास एवं संस्कृति की जानकारी मिलती है। हमें इनका सम्मान व संरक्षण करना चाहिए।
म्यूजियम में शिवपुरी, बैराड़, नरवर, कोलारस, बदरवास, खनियाधाना के क्षेत्रों से प्राप्त कलाकृतियों का संग्रह हैं। इन्हें देखकर छात्र-छात्राएं हैरत में पड़ गए कि उस समय मानव द्वारा किस तरह बनाया गया होगा। छात्रों ने जिज्ञासावश अनेक सवाल किए जिनकें संतोषजनक जवाब संग्रहालय के अधिकारीगण द्वारा दिए गए।