कोलारस। कोलारस जनपद की पंचायत भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड तोड़ रही है अधिकारी केवल कागजी खानापूर्ति कर रहे। जनपद के पूरे सिस्टम की रंगो में भ्रष्टाचार समा गया है,भ्रष्टाचार करने के लिए कोलारस की एक पंचायत ने युवको को जेंडर कर दिया उनको सरकारी दस्तावेजों में महिला घोषित कर दिया। मजे की बात तो यह है कि पंचायत के संब इंजीनियर ने गांधारी का रूप धारण कर आंखों पर भ्रष्टाचार की पट्टी बांधते हुए अप्रूवल भी कर दिया।
मामला ग्राम पंचायत उन्हाई में वर्ष 2023-24 मे भूरसिंह आदिवासी के खेत के पास 24 लाख 77 हजार की लागत से स्वीकृत तालाब तैयार होना है जिसमे मनरेगा के तहत गुड्डी बाई आदिवासी और सरोज के नाम की हाजरी प्रदर्शित की है जबकि फोटो पुरुषो के अपलोड किए है इसी कार्य में अन्य मजदूरों की हाजरी में फोटो पुराने फोटो से खींचकर धांधली की है स्थानीय लोगों को कहना है कि तालाबों में कार्य मशीनों से होता है जबकि मजदूरों को उपस्थित दिखाकर मजदूरी का भुगतान करके सरकारी धन हड़प किया जा रहा है।
जिन मजदूरों के नाम साइट पर अपलोड किए जाते हैं वह कभी काम पर नहीं जाते हैं।बिना काम पर जाए जॉब कार्ड धारकों को कुछ रुपये देकर बाकी रुपये वापस ले लिए जाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर इसकी ठीक से जांच करा ली जाए तो हकीकत सामने आ जाएगी। नियमों की माने तो कार्यस्थल पर ही ऑनलाइन उपस्थित एनएमएस (नरेगा सॉफ्ट मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम) पर दर्ज करने का नियम है।
फर्जीवाड़ा रोकने के लिए फोटो सहित हाजिरी लगाने का नियम बनाया गया था। इसके बाद भी मजदूरों की ब्लर फोटो अपलोड कर ग्राम पंचायतों में धांधली हो रही है। ग्राम पंचायत से लेकर ब्लॉक तक संगठित होकर मनरेगा के कार्य में धांधली की जा रही है। फर्जी हाजिरी लगाकर मनरेगा के धन का बंदरबांट किया जा रहा है।