शिवपुरी। आधुनिक समय में बच्चों में आक्रामकता बढ़ रही है और सहनशीलता घट रही है। बच्चों में असामान्य व्यवहार की प्रवृत्ति के कारण उनके माता-पिता व शिक्षक तनाव में आ जाते है। इन सभी समस्याओं के खुशनुमा समाधान के लिए मानसिक स्वास्थ्य परामर्श जरूरी होता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत शहर के प्रतिष्ठित दून पब्लिक स्कूल ने मेंटल हेल्थ काउंसलिंग सेंटर की स्थापना की है।
जिसमें मेडिकल कॉलेज शिवपुरी की काउंसलर डाँ. रूकमणी श्रीवास्तव ने बच्चों,पैरेंट्स और शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं और उनके सर्वमान्य समाधान पर चर्चा की। डॉ. रूकमणी ने कहा शिक्षकों को बच्चों की समस्याओं को गंभीरतापूर्वक हल करना चाहिए। शिक्षकों को स्वयं अपने मानसिक स्वास्थ्य को ठीक करना चाहिए, तनाव से बचें,स्वयं खुश रहेंगे तब उत्साह के साथ पढ़ा भी सकेंगे।
हार्टफुलनेस अन्तर्राष्ट्रीय संस्था की स्थानीय संयोजक जया शर्मा ने मोबाइल फोन के सीमित इस्तेमाल की बात रखी। आपने कहा-योग,ध्यान के नियमित अभ्यास से तनाव मैनेजमेंट किया जा सकता है।स्ट्डेंट्स,टीचर्स व पेरेंट्स की समय-समय पर काउंसलिंग कराने की बात कही। आपने कबीर के दोहे का जिक्र करते हुए गुरू-शिष्य के साथ सौहार्दपूर्ण संबंधों के साथ तरक्की के मार्ग पर चलते हुए संस्कारवान बनने की बात कही।
दून पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर्स डा. खुशी खान एवं शाहिद खान ने अतिथिगण को बुके भेंट कर अभिनन्दन किया तत्पश्चात् डाँ. खुशी खान ने आभार वक्तव्य देते हुए कहा "मैंटल हेल्थ काउंसलिंग " में शिवपुरी एवं भोपाल के साइकोलॉजिस्ट तथा समाज से जुड़े प्रतिष्ठित व्यक्तियों को समय-समय पर बुलाकर काउंसलिंग कराई जाएगी ताकि बच्चे अपनी समस्याओं को बेझिझक बता सकें व उनका संतोषजनक हल निकाल सकें। कार्यक्रम का संचालन अखलाक खान ने व आभार डायरेक्टर शाहिद खान ने व्यक्त किया ।