शिवपुरी। पिछोर थाना क्षेत्र के ग्राम बमेरा निवासी एक युवती की शादी पांच साल पहले झांसी के ग्राम लिथौरा में हुई थी। महिला का शव शनिवार को ससुराल में फांसी के फंदे पर झूलता मिला। स्वजन नवविवाहिता की मौत को हत्या बता रहे हैं। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की विवेचना शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार ग्राम बमेरा निवासी रामप्रकाश की बेटी चंद्रकांता उर्फ रासा की शादी पांच साल पहले उप्र के बड़ागांव थाना क्षेत्र के ग्राम लिधौरा निवासी राघवेंद्र के साथ हुई थी। रामप्रकाश के अनुसार शादी के एक माह बाद से ही उसकी बेटी के ससुराल वालों ने बेटी को दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। कभी दहेज में खराब सामान दिए जाने का ताना मारते हुए उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता तो कभी नया सामान दिलवाने के लिए। कई बार आपस में बैठ कर बात कर समस्या का समाधान खोजने का प्रयास किया गया, लेकिन कोई हल नहीं निकला।
स्वजनों का आरोप है कि धीरे-धीरे प्रताड़नाएं और बढ़ती चली गईं। चंद्रकांता का पति उसके साथ मारपीट करने लगा। रोज-रोज की मारपीट से तंग आकर चंद्रकांता अपने मायके आ गई। करीब साल भर बाद ससुराल वालों ने समझौता किया और चंद्रकांता को अपने साथ ले गए। कुछ दिन बाद प्रताड़ना का दौर फिर से चालू हो गया। चंद्रकांता की मां कलावती के अनुसार चंद्रकांता ने दो दिन पहले फोन किया था, लेकिन इसी दौरान पति आ गया और उसने दहशत के चलते फोन काट दिया।
शनिवार को बेटी की मौत की खबर आई। कलावती का कहना है कि उसकी बेटी जिंदगी से बहुत प्यार करती थी, वह किसी भी हालत में आत्महत्या नहीं कर सकती। उनका आरोप है कि उनकी बेटी की हत्या कर शव को फंदे पर लटकाया गया है। पुलिस ने फिलहाल पीएम करवा कर मर्ग कायम कर लिया है। बड़ागांव थाना प्रभारी प्रकाश सिंह का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।