शिवपुरी। शिवपुरी में बनने वाले नवीन एयरपोर्ट के लिए जमीन का अधिग्रहण होना है। इसमें निजी भू स्वामी किसी प्रकार का विरोध नहीं करें इसलिए प्रशासन ने अपनी तरफ से उनको मनाने, समझाने का काम शुरू कर दिया है। जिससे शांतिपूर्ण तरीके से भू अर्जन का काम पूरा हो सके। वहीं उड्डयन मंत्रालय ने राजस्व और माधव नेशनल पार्क की जमीन आवंटन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर दिया है।
दरअसल नवीन एयरपोर्ट के लिए राजस्व भूमि, माधव नेशनल पार्क की भूमि और करीब 42 हेक्टेयर निजी भूमि का भी अधिग्रहण करना होगा। इसमें केवल राजस्व भूमि का आवंटन ही आसान है। माधव नेशनल पार्क अब टाइगर रिजर्व बनने वाला है। ऐसे में अब जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में अधिक समय लग सकता है। क्योंकि वन भूमि लेने पर दूसरी जगह जमीन भी देना पड़ती है। इसके अलावा निजी भूमि का अधिग्रहण भी आसान नहीं होता है। इसके चलते धारा 4 के तहत सबसे पहले निजी भूस्वामियों से संवाद स्थापित करना होता है। जिसके तहत इन दिनों राजस्व अमला इन निजी भूस्वामियों से बात कर इनको एयरपोर्ट बनने के फायदे बताने के साथ ही जमीन के बदले दिए जाने वाले मुआवजे की राशि की जानकारी भी दी जा रही है।
वृक्षों का भी होगा सर्वे
इसके अगले चरण में धारा 11 और धारा-19 में सर्वे किया जाएगा। जिसमें भू अर्जन में कितने हरे वृक्ष आ रहे हैं, इसको गिनती की जाएगी। क्योंकि हरे वृक्षों को काटने से पहले विधिवत अनुमति लेना होती है। साथ ही इसमें यह भी देखा जाता है कि पर्यावरण को अधिक नुकसान नहीं पहुंचे।
वर्तमान में यह चल रही प्रक्रिया
क्या प्रस्तावित भू अर्जन से लोक प्रयोजन पूरा होता है।
प्रस्तावित परिवारों और सदस्यों की संख्या, जिनको विस्थापित करना होगा।
सार्वजनिक और निजी भूमि, मकानो, बंदोबस्त और अन्य सामान संपत्तियों की सीमा, जिनके प्रस्तावित भू अर्जन से प्रभावित होने की संभावना है।