शिवपुरी। मसान छुड़ाने के लिए तांत्रिक ने 6 माह के मासूम की दोनों टांगें पकड़ीं और जलती आग के ऊपर उल्टा टांग दिया। आग व धुएं में बच्चे की दोनों आंखें और चेहरा झुलस गया। छह माह के मासूम मयंक को यातना देने वाले तांत्रिक के खिलाफ कोलारस पुलिस थाने में अपराध पंजीबद्ध हो गया है। वहीं परिजन होली वाली रात बच्चे को जिला अस्पताल से डिस्चार्ज कराकर ग्वालियर ले गए हैं। डॉक्टर के अनुसार, बच्चे की आंखों की रोशनी बचना मुश्किल है।
ग्राम दीघौदी निवासी महिला राजवती अपने 6 माह के बेटे मयंक धाकड़ को उल्टी दस्त होने पर झाड़ फूंक कराने रामनगर गांव लाई थी। रामनगर गांव के कोटवार जनवेद परिहार का कहना है कि राजवती की ननद हमारे गांव रामनगर में रहती है। 13 मार्च की दोपहर 3 बजे गांव के ही रघुवीर धाकड़ के पास बच्चे को लेकर पहुंची थी। रघुवीर ने बच्चे को झाड़ फूंक करते समय भभूत देने के लिए नीचे आग जला दी। फिर दोनों पैर पकड़कर बच्चे को उल्टा कर दिया। इससे बच्चे का चेहरा झुलस गया। धुआं जाने से आंखों को नुकसान नुकसान पहुंचा है। इसके बाद राजवती अपने बच्चे मयंक का इलाज कराने जिला अस्पताल लाई। घटना के वक्त गांव के अन्य लोग भी मौजूद थे।
परिजन बच्चे को डिस्चार्ज करा ले गए
13 मार्च को बच्चे को जिला अस्पताल शिवपुरी के आईसीयू में भर्ती कराकर इलाज शुरू किया गया। दूसरे दिन 14 मार्च की रात कोलारस थाने में तांत्रिक रघुवीर धाकड़ के खिलाफ केस दर्ज हो गया। इधर 14 मार्च की रात करीब 11 बजे परिजन बच्चे को डिस्चार्ज कराकर ले गए। बच्चे के पिता आदेश धाकड़ से फोन पर संपर्क हुआ। आदेश ने बताया कि ग्वालियर में बच्चे का इलाज करा रहे हैं।
इलाज कराते तो प्रयास रहता कि बच्चे के आंखों की रोशनी लौट आती
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ गिरीश चतुर्वेदी का कहना है कि बच्चे का ट्रीटमेंट चल रहा था। बच्चों की दोनों आंखों की कॉर्निया जलकर सफेद पड़ गईं। 14 मार्च की रात को परिजन बच्चे को डिस्चार्ज कराकर ले गए। यदि भर्ती रहकर इलाज कराते तो प्रयास रहता कि बच्चे के आंखों की रोशनी वापस लौट आती।