SHIVPURI NEWS - होलाष्टक कल से, मांगलिक कार्यों पर ब्रेक, यह असर पड़ेगा राशियों पर

Bhopal Samachar

शिवपुरी। इस बार होलाष्टक और खरमास का संयोग बन रहा है, जिसके कारण करीब सवा महीने तक मांगलिक या शुभ कार्य नहीं हो सकेंगे। हालांकि, इस दौरान आने वाले पर्व और त्योहार परंपरागत तरीके से मनाए जासी, और इस संयोग का उन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। होलाष्टक 7 मार्च से शुरू होकर होलिका दहन यानी 13 मार्च तक रहेगा। इसके बाद 14 मार्च से खरमास शुरू हो जाएगा, जिसे मलमास भी कहा जाता है।

ज्योतिषाचार्य विकास दीप शर्मा के अनुसार, होलाष्टक का आरंभ मृगशिरा नक्षत्र और वृषभ राशि में चंद्रमा की स्थिति में होगा। होलाष्टक के दौरान आठ विशेष रात्रियां होती हैं, जिनमें यंत्र-मंत्र और तंत्र साधना का विशेष फल मिलता है। सिद्ध रात्रि, काल रात्रि और मोह रात्रि जैसी विशिष्ट रात्रियां पर्व काल में अधिक शक्तिशाली होती हैं।

सूर्य देव के मीन या धनु राशि में प्रवेश के बाद शुरू होता है खरमास
होलिका दहन के साथ ही होलाष्टक समाप्त हो जाएगा, और अगले दिन यानी 14 मार्च को सूर्य मीन राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे खरमास की शुरुआत हो जाएगी। पं. विकास दीप शर्मा के अनुसार, सूर्य जब धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं, तब खरमास शुरू होता है। 14 मार्च को शाम 6:50 बजे से खरमास शुरू होगा और 14 अप्रैल को रात 10:36 बजे समाप्त होगा।

पुराने रीति-रिवाजों के अनुसार, खरमास के दौरान एक महीने तक मांगलिक कार्य शुभ नहीं माने जाते, लेकिन आजकल कई लोग इस दौरान भी मांगलिक कार्य करते हैं, जिसे एक अच्छी पहल माना जा सकता है।

राशियों पर असर
मेष: पराक्रम में वृद्धि होगी।
वृषभः विद्या लाभ होगा।
मिथुन: साहस में वृद्धि हो सकती है।
कर्क: प्रबंधन में तरक्की मिलने की संभावना है।
सिंह: निराशा का अंत होगा।
कन्या: वैचारिक असमंजस दूर होगा।
तुला: संघर्ष बढ़ेगा, लेकिन सफलता मिलेगी
वृश्चिक : धर्म लाभ की संभावना है।
धनु : मेहनत में वृद्धि के साथ आर्थिक स्थिति अच्छी होगी।
मकरः लाभ में वृद्धि की संभावना है।
कुंभ: स्थिरता बढ़ेगी।
मीनः प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।