शिवुपरी। शिवपुरी शहर के प्रसिद्ध हैपीडेज स्कूल में पढने वाली नर्सरी की एक स्टूडेंट के साथ गलत काम होने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में सिटी कोतवाली मे अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। वही स्कूल प्रबंधन ने इस मामले में सफाई दी है कि घटना के 24 घंटे के अंदर ही छात्रा के पेरेंट्स को स्कूल कैंपस में सभी कैमरो को चेक कराया गया था। छात्रा के पेरेंट्स पूर्ण संतुष्ट होकर वापस गए थे,और छात्रा के पिता ने इस मामले की शिकायत सीडब्ल्यूसी को भी शिकायत की थी,कैमरे चेक होने के बाद इस शिकायत को वापस लिया था।
पहले पढे आप मामला
हैप्पी डेज स्कूल में नर्सरी क्लास में पढने वाली स्टूडेंटस उम्र 3 साल 10 के पिता ने बताया कि 5 फरवरी 2025 को स्कूल से छुट्टी के बाद दोपहर 1.30 बजे लौट कर घर आने पर उसने प्रार्थी की पत्नी को बताया कि मम्मी नीचे दर्द हो रहा तब कपड़े निकाल कर नीचे देखने पर सूजन थी तब पूछने पर पुत्री ने बताया कि गार्डन में एक अंकल ने उसे मारा पूछने पर आगे बताया कि अंकल ने कई जगह टच किया किया हैं।
इस मामले में पीड़ित ने स्कूल प्रबंधन को पूरी जानकारी दी। प्रबंधन ने इस मामले में केवल खाना पूर्ति कर दी। एक माह बाद सिटी कोतवाली पुलिस ने केवल छेड़छाड़ की धाराओं में मामला दर्ज किया है। आज पीडिता का पिता ने इस मामले को लेकर एसपी शिवपुरी को एक शिकायती आवेदन सौंपा है।
पीड़ित के पिता ने एसपी शिवपुरी अमन सिंह राठौड़ से मांग की है कि सूचना रिपोर्ट मात्र छेडखानी जैसी घटना में दर्ज की गई और प्रार्थी के ऊपर दबाब बनाकर शांत रहने और घटना को रफा-दफा करने के लिये कहा गया किंतु प्रार्थी ने अपनी पुत्री के लिये न्याय के लिये जब कार्यवाही की तो प्रार्थी पर इतना दबाव बनाया कि उसे अपना काम-धाम छोड़कर शहर से भागना पड़ा और आज दिनांक तक पुलिस आरोपी को नहीं पकड़ सकी है और पुलिस ने घटना के अनुसार गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज नहीं किया है पूर्णात् लापरवाही बरती गई और वहाँ रवैया अभी भी अख्तियार किया है।
कोतवाली पुलिस ने इस मामले में 3 फरवरी 2025 को दोपहर 3 बजकर 11 मिनट पर इस मामले में अज्ञात के खिलाफ बीएनसी की धारा 2023 74,115 (2) 351 (3) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
हैप्पी डेज स्कूल ने भी जारी किया प्रेस रिलीज
तथ्य इस प्रकार है कि हमारे विधालय की कक्षा नर्सरी की क्लास टीचर के पास दिनांक 05.02.25 को लगभग 5:30 बजे एक विद्यार्थी के पालक का फोन आया कि मेरी बच्ची के साथ छेड़छाड़ हुई है। अगले दिन विधालय प्रशासन द्वारा बच्ची के माता पिता को बुलाकर उनसे बातचीत की गई और सभी कैमरे उनके समक्ष चैक किये गये। किसी भी कैमरे की रिकॉर्डिंग में इस प्रकार की कोई भी घटना की दृश्यता नहीं पाई गई ।
बच्ची के माता पिता ने लगभग तीन दिन तक सभी कैमरों की रिकॉर्डिंग बार बार देखी एवं बच्ची के टीचर्स के साथ विस्तृत बातचीत भी की। कैमरों की रिकॉर्डिंग देखने के पश्चात स्कूल प्रबंधन एवं बच्ची के माता पिता ने यह पाया कि बच्ची के साथ किसी भी प्रकार की कोई घटना घटित नहीं हुई है। और बच्ची लगातार स्कूल भी आती रही। बच्ची के पिता ने बताया की वह राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग में की गई अपनी शिकायत वापस ले रहा है क्योंकि वह पूर्णतः संतुष्ट है कि ऐसी कोई घटना घटित नहीं हुई है।
तत्पश्चात बच्ची की माता द्वारा लगभग एक माह बाद दिनांक 03 मार्च को FIR दर्ज कराई गई। और आज दिनांक 05 मार्च को बच्ची के पिता द्वारा पत्रकारों के समक्ष बयान दिया गया है कि मेरे साथ अन्याय हुआ है। यह बयान पूर्णतः तथ्यहीन एवं बेबुनियाद है और बचची के माता पिता द्वारा लगाये गये आरोपों का खंडन करते हैं।
यह भी बताया स्कूल के मीडिया प्रभारी महेन्द्र उपाध्याय ने
पीड़ित का पिता नौकरी छोड गया है और नौकरी छोड़ने के बाद स्कूल प्रबंधन को जानकारी मिली की संबधित स्टाफ से उसने पैसा उधार लिया है उससे पैसा रिकवर करने को कई लोगो ने प्रबंधन को लिखित में दिया है कि इस व्यक्ति से पैसा वापस लेना है।