फरहान काजी । पिछोर परिक्षेत्र में वन विभाग की जमीन पर खनन माफिया बेखौफ होकर पत्थर निकाल रहे हैं। खनन माफिया के हौसले इतने बढ़ चुके हैं कि वह खनन कार्य का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर अपलोड कर रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है। जिसमें खनन कार्य होता दिख रहा है और एक गाना चल रहा है... छोटा, मोटा रिस्क ना लेवे, रिस्क लेवे तो पित्तल भर देवे। वन विभाग का अमला भी इस तरफ से आंखे बंद किए बैठा है। इस रील बनाने वाले का नाम प्रवीण लोधी बताया जा रहा है। प्रवीण लोधी ने इस रील को बनाकर इंस्टाग्राम और फेसबुक पर अपलोड किया था,उसके कुछ देर पर बाद इसको हटा दिया था। लेकिन कुछ लोगो ने इसको डाउनलोड कर लिया जो इसे अब सोशल पर वायरल कर रहे है।
खास बात राजापुर इलाके में रात के अंधेरे में नहीं दिन के उजाले में भी खनन कार्य जारी है। यहां बड़े पैमाने पर फरसी पत्थर खनन किया जा रहा है। जिससे शासन को लाखों की राजस्व हानि तो हो ही रही है, साथ ही पर्यावरण को भी खासा नुकसान पहुंचाया जा रहा है। खनन माफिया ने खुदाई कर-कर गहरे गड्ढे कर दिए हैं। एक जगह पत्थर खत्म होने के बाद यह दूसरी जगह खोदना शुरू कर देते हैं।
जिस प्रकार से दिन के उजाले में खनन हो रहा है, उससे विभागीय अफसरों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। खास बात ये है कि जब कभी वन विभाग की टीम यहां पहुंचती भी है तो कार्रवाई की खबर पहले ही खनन माफिया तक पहुंच जाती है। जिसकी वजह से टीम को पहुंचने पर केवल वहां खनन किए पत्थर ही पड़े मिलते हैं। मौके पर आरोपित हाथ नहीं लगते हैं।
वीडियो बहुप्रचारित होने के बाद भी विभाग शांत
खनन कार्य का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर बहुत प्रसारित होने के बाद भी वन विभाग के अधिकारियों की नींद नहीं टूटी है। अब तक राजापुर क्षेत्र में अवैध खनन माफिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिससे विभाग पर मिलीभगत के आरोप भी लग रहे हैं।
इनका कहना है
हमारे द्वारा लगातार कार्रवाई की जाती है। यदि माफिया फिर सक्रिय हो गए हैं तो फिर से कार्रवाई करेंगे।
- अनुराग तिवारी, रेंजर पिछोर वन विभाग।