शिवपुरी। 4 दिन पहले श्री राधा-कृष्ण विवाह की प्रक्रिया के बाद राधा जी की विदाई का दृश्य शहर वासियों को देखने मिला। मायके मऊरानीपुर से उनके परिजन शिवपुरी आए जहां भक्ति कर राधा रानी की विदाई की गई। अब होली बाद श्रीकृष्ण, राधा जी को लेने मऊरानीपुर जाएंगे। दरअसल वर्तमान में होने वाले मानव जाति के समान भगवान के विवाह प्रतीत हो रहा है।
शहर की शंकर कॉलोनी में निवासरत ज्योति-अनिल डेंगरे परिवार द्वारा वर पक्ष के रूप में भगवान श्रीकृष्ण की बारात जोर-शोर के साथ राधा जी को लेने पहुंची। वहीं वधू आगमन के रूप में भगवान राधा-कृष्ण की शोभायात्रा, भक्तिमय संगीत और भजन संध्या के साथ जगह-जगह स्वागत कर आगवानी भी की गई। मानव जाति में होने वाले विवाह समारोह उपरांत बहु को अपने मायके जाना होता है और उसकी विदाई भी की जाती है।
कुछ इसी प्रकार से होलाष्टका को देखते हुए नववधू के रूप में श्री राधा रानी की विदाई समारोह का आयोजन भी किया गया। मऊरानीपुर से वधु पक्ष के परिजन के रूप में अग्रवाल परिवार आए और पूजा-अर्चना करते हुए उनकी विदाई भी वर पक्ष की ओर से आवश्यक सामग्री प्रदान कर की गई। साथ ही राधा रानी की विदाई आंखों से अविरल बहने वाले आंसुओं के बीच राधा रानी को मायके रवाना किया।
अब भगवान श्रीकृष्ण होली के त्यौहार के बाद श्रीराधारानी के पास पहुंचेंगे और रंग-गुलाल के साथ भगवान श्रीकृष्ण-राधा रानी का उत्सव मनाया जाएगा। यह हृदयस्पर्शी दृश्य शंकर कॉलोनी में उस समय देखने मिला जब श्री राधा रानी को मायके भेजते हुए वरपक्ष की ओर से ज्योति अनिल डेंगर, चौरासी क्षेत्रीय गहोई महासभा अध्यक्ष शिवशंकर सेठ आदि समाज बन्धु पहुंचे।
17 मार्च को बिहारी जी के साथ खेली जाएगी होली
आगामी 17 मार्च को होली के पावन पर्व के अवसर पर स्थानीय शंकर कॉलोनी में ही बिहारी का वरपक्ष का सौभाग्य प्राप्त करने वाले परिजन ज्योति-अनिल डेंगरे परिजनों के द्वारा बिहारी जी के साथ होली खेलने को लेकर उत्सव मनाया जाएगा। इस भव्य आयोजन में समस्त शहरवासी श्री बिहारी के साथ होली खेलने के लिए पहुंचकर रंग-गुलाल, फूलों के साथ श्री बिहारी के साथ होली खेल सकेंगे तत्पश्चात श्री बिहारी को श्रीराधारानी की विदाई के लिए रवाना किया जाएगा।
शहर की शंकर कॉलोनी में निवासरत ज्योति-अनिल डेंगरे परिवार द्वारा वर पक्ष के रूप में भगवान श्रीकृष्ण की बारात जोर-शोर के साथ राधा जी को लेने पहुंची। वहीं वधू आगमन के रूप में भगवान राधा-कृष्ण की शोभायात्रा, भक्तिमय संगीत और भजन संध्या के साथ जगह-जगह स्वागत कर आगवानी भी की गई। मानव जाति में होने वाले विवाह समारोह उपरांत बहु को अपने मायके जाना होता है और उसकी विदाई भी की जाती है।
कुछ इसी प्रकार से होलाष्टका को देखते हुए नववधू के रूप में श्री राधा रानी की विदाई समारोह का आयोजन भी किया गया। मऊरानीपुर से वधु पक्ष के परिजन के रूप में अग्रवाल परिवार आए और पूजा-अर्चना करते हुए उनकी विदाई भी वर पक्ष की ओर से आवश्यक सामग्री प्रदान कर की गई। साथ ही राधा रानी की विदाई आंखों से अविरल बहने वाले आंसुओं के बीच राधा रानी को मायके रवाना किया।
अब भगवान श्रीकृष्ण होली के त्यौहार के बाद श्रीराधारानी के पास पहुंचेंगे और रंग-गुलाल के साथ भगवान श्रीकृष्ण-राधा रानी का उत्सव मनाया जाएगा। यह हृदयस्पर्शी दृश्य शंकर कॉलोनी में उस समय देखने मिला जब श्री राधा रानी को मायके भेजते हुए वरपक्ष की ओर से ज्योति अनिल डेंगर, चौरासी क्षेत्रीय गहोई महासभा अध्यक्ष शिवशंकर सेठ आदि समाज बन्धु पहुंचे।
17 मार्च को बिहारी जी के साथ खेली जाएगी होली
आगामी 17 मार्च को होली के पावन पर्व के अवसर पर स्थानीय शंकर कॉलोनी में ही बिहारी का वरपक्ष का सौभाग्य प्राप्त करने वाले परिजन ज्योति-अनिल डेंगरे परिजनों के द्वारा बिहारी जी के साथ होली खेलने को लेकर उत्सव मनाया जाएगा। इस भव्य आयोजन में समस्त शहरवासी श्री बिहारी के साथ होली खेलने के लिए पहुंचकर रंग-गुलाल, फूलों के साथ श्री बिहारी के साथ होली खेल सकेंगे तत्पश्चात श्री बिहारी को श्रीराधारानी की विदाई के लिए रवाना किया जाएगा।