शिवपुरी। ग्वालियर जोन के पुलिस महानिरीक्षक अरविंद कुमार सक्सैना ने आज शिवपुरी पुलिस कंट्रोल रूम में अपराध समीक्षा बैठक ली। इस समीक्षा बैठक में पुलिस पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ सहित जिले के सभी समस्त एसडीओपी और थाना प्रभारी उपस्थित थे। पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि पुलिस थाने में वाले फरियादियों के साथ अच्छा व्यवहार करेगी और आने वाले त्योहारों पर विशेष सतर्कता बरतेंगी।
सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्र में बीट एवं माइक्रो बीट प्रणाली को प्रभावी तरीके से लागू करें। थानों में जब्त वाहनों का निकाल करें। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए व्यापारियों को सीसीटीव्ही कैमरे लगाने के लिये प्रोत्साहित करें । गुड सेमेरिटन योजना के अंतर्गत घातक दुर्घटना में पीड़ित की जान बचाने एवं गोल्डन आवर्स के भीतर अस्पताल पहुंचाने पर उचित पुरस्कार प्रदाय कराए जाने के लिये कार्यवाही सुनिश्चित करें। आगामी त्योहारों होली, रंगपंचमी को देखते हुए क्षेत्र में निगरानी रखें ।
थाने में आने वाले फरियादी से अच्छा व्यवहार करेंगे एवं गंभीरता से उनकी समस्या को सुनकर उचित कार्यवाही करेंगे। चिन्हित एवं गंभीर अपराधों में कार्यवाही करते हुये ज्यादा से ज्यादा प्रकरणों में आरोपियों की गिरफ्तारी कर निराकरण करेंगे। लंबित अपराधों, मर्गों का निकाल समय सीमा में करेंगे । एसीएसटी के प्रकरणों में तत्काल कार्यवाही करेंगे एवं राहत प्रकरणों का जल्द से जल्द निकाल करेंगे ताकि पीड़ितों को राहत राशि समय पर मिल सके ।
महिला संबंधी अपराधों को गंभीरता से लेते हुए पीड़िता को तत्काल पुलिस सहायता पहुंचाएंगे एवं आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करेंगे। थाना क्षेत्र में अवैध गतिविधियों स्मैक,गांजा, जुआ, सट्टा आदि पर पूर्णतया: प्रतिबंध लगायेंगे। थाना क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए असामाजिक तत्वों पर कार्यवाही करेंगे, वारंटियों को गिरफ्तार कर अधिक से अधिक वारंट तामिल करायेंगे। ऑपरेशन मुस्कान के तहत नाबालिग बालक-बालिकाओं की दस्तयावी सुनिश्चित करेंगे। सी.एम हेल्पलाइन एंव जनसुनवाई की शिकायतों को गंभीरता से लेकर उचित कार्यवाही करेंगे।
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 107 के तहत अपराधियों द्वारा अपराध से अर्जित संपत्ति को न्यायालय से अटैच कराया जाना सुनिश्चित करें। आदतन अपराधियों की जमानत निरस्तीकरण की कार्यवाही करना सुनिश्चित करेंगे। हिस्ट्रीशीटर, गुंडा-बदमाश एवं जिला बदर के आरोपियों की समय-समय पर चेकिंग करेंगे। स्कूल एवं कोचिंग संस्थानों के आसपास पुलिस द्वारा प्रतिदिन भ्रमण किया जाये। साइबर अपराधों के संबंध में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करें ।