करैरा। तहसील मुख्यालय पर निवासरत अनुज पांडे ने एक वर्ष के कड़े प्रशिक्षण के बाद (सैन्य अकादमी ओटीए, गया, बिहार) 8 मार्च को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद पर स्थायी कमीशन हासिल किया। इंडियन आर्मी की विभिन्न रेजिमेंट्स में 144 कैंडिडेट्स को उनके एक वर्ष के कठिन प्रशिक्षण के बाद यह कमीशन हासिल हुआ।
कैप्टन एमबी प्रांजल द्वारा ओटीए गया (बिहार) के ड्रिल स्क्वायर ग्राउंड पर आयोजित ड्रिल मार्च अपनी पूरी भव्यता और गौरव के साथ संपन्न हुआ। इस दौरान पासिंग आउट परेड को अंडर ऑफिसर लेफ्टिनेंट शिवम मिंहास ने लीड किया। आर्मी बैंड द्वारा 'वीर तुम बढ़े चलो' और 'सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा' जैसे राष्ट्रभक्ति गीतों की सुमधुर ध्वनि गूंज रही थी। यह भव्य और गौरवमयी परेड भारतीय सेना में शामिल होने जा रहे युवा अफसरों के परिवारजनों के बीच आयोजित की गई।
पासिंग आउट परेड की सलामी लेने के लिए जनरल कमांडिंग ऑफिसर, नॉर्थन कमांड के चीफ ऑफिसर, लेफ्टिनेंट जनरल रामचंद्र तिवारी परम विशिष्ट सेवा मेडल, अतिविशिष्ट सेवा मेडल और कमांडेंट ओटीए गया, लेफ्टिनेंट जनरल सुकृति सिंह दहिया विशिष्ट सेना मेडल, डायरेक्टर ऑफ ओटीए गया भी उपस्थित रहे। इनके अलावा, चीफ इंस्ट्रक्टर डिप्टी कमांडेंट, मेजर जनरल जॉय विश्वास ने भी सलामी गार्ड की निरीक्षण किया।
अनुज पांडे ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय, करैरा से की और फिर जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रिकल ब्रांच में स्नातक डिग्री प्राप्त की। उनका उद्देश्य भारतीय सेना में अफसर बनकर देश सेवा करना था। उन्होंने सीडीएस की लिखित परीक्षा और एसएसबी साक्षात्कार में दो बार सफलता पाई।
इसके अलावा, उन्होंने नॉन-टेक्निकल और टेक्निकल एंट्री से भी सफलता हासिल की। यूपीएससी सीडीएस में आल इंडिया रैंक 13 प्राप्त कर वे लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित हुए। टेक्निकल एंट्री से आल इंडिया रैंक 8 प्राप्त कर वे यूपीएससी सीडीएस टॉप में सफल हुए।