शिवुपरी। शिवपुरी शहर में एक चर्चित फर्जी रजिस्ट्री का मामला सामने आया है। जमीन सरकारी है और वर्तमान इसका बाजार भाव 5 करोड़ बताया जा रहा है। सरकारी जमीन हड़पने वालो लोगो की गिरोह ने इस जमीन को मात्र 30 लाख से भी कम रकम में खरीद लिया है। इस जमीन को हड़पने के लिए नगर पालिका से एक फर्जी एनओसी बनाई गई और उसकी दम पर इस जमीन को हड़पने का प्रयास किया गया। सबसे पहले यह मामला 15 जनवरी को प्रकाश में आया था जब इस जमीन को लेकर शिवपुरी शहर के रीतेश अग्रवाल ने इस मामले की शिकायत सिटी कोतवाली में दर्ज कराई थी।
उसके बाद मामले की पर्ते उखडना शुरू हुई और जांच के उपरांत फर्जी रजिस्ट्री और फर्जी एनओसी का मामला सिद्ध हुआ,अब सीएमओ इशांक धाकड ने फर्जी एनओसी से सरकारी जमीन बेचने पर शिवपुरी एसडीएम ने कॉलोनाइजर की पत्नी, 6 भाई-बहन, दलाल व गवाहों सहित 13 लोगों के खिलाफ आदेश जारी किया है। मामले में एफआईआर दर्ज कराने नगर पालिका सीएमओ को निर्देश जारी किए हैं।
जानकारी के मुताबिक सब रजिस्ट्रार कार्यालय में 8 अगस्त 2024 को सरकारी सर्वे नंबर 4 की रजिस्ट्री हो गई। यह रजिस्ट्री नगर पालिका से जारी एनओसी को आधार मानकर संपादित कराई गई थी। नपा सीएमओ ने एनओसी फर्जी बताकर एसडीएम शिवपुरी को 25 अक्टूबर 2024 को पत्र लिखा। एसडीएम शिवपुरी ने मामले की जांच कराई। फर्जी एनओसी से जमीन 27.60 लाख में बेचने के मामले में एसडीएम ने 13 मार्च 2025 को आदेश जारी किया है। फर्जी एनओसी से जमीन खरीदार ने पर सुशीला धाकड़ पत्नी बद्रीप्रसाद धाकड़ निवासी विवेकानंद कॉलोनी शिवपुरी व मंनू पत्नी सतीश अग्रवाल निवासी पानी की टंकी के सामने फिजिकल रोड शिवपुरी और विक्रेता सीताराम गौड़, विजय गौड़, कन्हैया गौड़, रवि पुत्रगण मंटूलाल गौड़ निवासी शिवपुरी, धनौ गौड़, आनंदी गौड़ पुत्रीगण मिंटूलाल गौड़, महादेवी विश्वकर्मा पत्नी राजू विश्वकर्मा और रजिस्ट्री में गवाह रामेश्वर पुत्र सिरनाम सिंह धाकड़ निवासी ग्राम ठेह व संजीव धाकड़ पुत्र रघुवीर धाकड़ निवासी विवेकानंद शिवपुरी सहित दो दलाल राजेश कुशवाह पुत्र जगदीश कुशवाह निवासी चंदन्पुरा, रामनिवास रावत के खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए हैं।
सरकारी की आड़ में निजी जमीन पर कब्जा बरकरार
थीम रोड किनारे सरकारी सर्वे नंबर 4 के आगे निजी सर्वे नंबर 5 है। सरकारी जमीन बेचने वाला भूमाफिया निजी जमीन पर अवैध कब्जा जमाकर बैठा है। रीतेश अग्रवाल मामले को लेकर सिटी कोतवाली थाने में आवेदन दिया है। एसडीएम ने नपा सीएमओ के पत्र पर जांच कराई तो फर्जीवाड़ा सामने आया
दूसरी खरीदार महिला नमकीन विक्रेता की पत्नी
सरकारी जमीन खरीदार महिला सुशीला धाकड़ कॉलोनाइजर बद्री धाकड़ की पत्नी हैं। दूसरी खरीदार महिला मंजू, अग्रवाल नमकीन विक्रेता सतीश अग्रवाल की पत्नी हैं। वहीं सरकारी जमीन बेचने वाले 6 भाई-बहन सीताराम, विजय, कन्हैया, रवि, धन्त्रौ व महादेवी गौड़ हैं। अन्य विक्रेता महिला महादेवी विश्वकर्मा है। राजेश कुशवाह व रामनिवास रावत दोनों दलाल और रामेश्वर धाकड़ व संजीव धाकड़ रजिस्ट्री में गवाह हैं।
यह बोले थे शिकायतकर्ता
15 जनवरी 2025 के खबर के प्रकाशन के अनुसार
शिवपुरी निवासी रितेश अग्रवाल का कहना है कि शिवपुरी शहर के झींगुरा में हमारी सर्वे नंबर 5 हमारी जमीन है। हमारी इस निजी जमीन से लगा सर्वे नंबर 4 रकबा 0.031 हेक्टेयर एक सरकारी कुआं के रूप में राजस्व रिकार्ड में दर्ज है। सरकारी कुआं की यह जमीन सीताराम गौड़ पुत्र मिंटूलाल गौड़ निवासी कमालगंज घोसीपुरा शिवपुरी ने नगर पालिका के फर्जी एनओसी के आधार पर दो महिलाओं को 8 अगस्त 2024 को रजिस्ट्री करा दी है।
लेकिन एनओसी जारी करने वाला अभी भी अज्ञात
इस पूरे प्रकरण पर नजर डाली जाए तो फर्जी एनओसी इस जमीन की रजिस्ट्री संपादित कराने में प्रमुख रही है। सवाल बार बार यह उठता है कि किसी नगर पालिका के कर्मचारी ने इस एनओसी को बनाया है कि इन गैंग ने घर पर ही इस एनओसी को बनाया है प्रशासन को इस प्रश्न को भी क्लीयर करना चाहिए,इस एनओसी पर किसके हस्ताक्षर है किस पद नाम की सील अंकित हैं, अगर नगर पालिका के किसी अधिकारी और कर्मचारी ने रिश्वत की दम पर यह कारनामा किया है तो उसके खिलाफ भी प्रकरण दर्ज होना चाहिए।