शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका शिवपुरी के सीएमओ इशांक धाकड नगर पालिका की डूबती आर्थिक स्थिति को बचाने के लिए लगातार प्लानिंग कर रहे है। नगर पालिका ने परिषद की बैठक में पानी का बिल 100 रुपए से बढ़ाकर 150 रुपए प्रति माह का प्रस्ताव पास करा लिया है। वसूली भी डोर टू डोर की जाएगी,जिससे हर माह शत प्रतिशत वसूली हो सके,वही नगर पालिका अवैध कनेक्शन की रैंकी भी करेगी,इन अवैध कनेक्शन की संख्या भी हजारो के पार है।
GIS सर्वे के गणित में 50 प्रतिशत कनेक्शन अवैध
नगर पालिका शिवपुरी में लगभग 20 हजार संपत्तिया दर्ज है लेकिन वैध नल कनेक्शन की संख्या लगभग 18 हजार के करीब है,लेकिन जीआईएस सर्वे के अनुसार शिवपुरी नगर पालिका क्षेत्र में लगभग 55 हजार संपत्ति दर्ज है,इस प्रकार से शिवपुरी नगर में अवैध कनेक्शनो की संख्या वैध कनेक्शनो से अधिक हो सकती है,इस कारण ही नल कनेक्शन वैध है या अवैध इसके डोर टू डोर सर्वे की तैयारी शुरू हो चुकी है,अगर सर्वे की रिपोर्ट से गणित लगाए तो नल कनेक्शन की संख्या दोगुनी है इस हिसाब से लाखो की वसूली बढ़ सकती है,और यह वसूली आधा करोड़ प्रतिमाह हो सकती है।
28 हजार है शहर में वैध उपभोक्ता
नगर पालिका द्वारा शहर में महज 28 हजार ही पानी के वैध कनेक्शन है, जबकि इतने की कनेक्शन अवैध होंगे। वैध कनेक्शन से ही अगर पूरी 100 फीसदी वसूली हो तो नगर पालिका को हर माह 28 लाख रुपए की आय होगी, लेकिन यह भी 18 से 20 लाख रुपए तक सिमटकर रह जाती है। इससे हर माह 8 लाख रुपए की वसूली पेंडिंग हो जाती है। अब पंप अटेंडर घर वसूली कर नपा को आर्थिक संकट से उबारने का प्रयास करेंगे। साथ ही घर-घर पंप ऑपरेटरों के पहुंचने से वैध व अवैध कनेक्शनों की जानकारी भी एकत्रित करेंगे और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराएंगे ताकि इन पर जुर्माने के साथ वैध करने की कार्रवाई की जा सके।
244 पंप ऑपरेटर नगर पालिका के पास
सूत्रों की मानें तो नगर पालिका में रिकोर्ड में 244 पंप ऑपरेटर हैं। इनमें से अधिकांश तो काम पर नहीं आते या फिर आते हैं तो किसी अधिकारी या पार्षद के घर के काम करते हैं। जब इनसे इनके मूल काम के साथ पानी के बिल की वसूली का काम लिया जाएगा तो इन ऑपरेटरों से सही तरह से काम भी लिया जा सकेगा और जो पंप ऑपरेटर काम पर ना आकर मक्कारी करते है, वह भी समय से काम करेंगे। कुछ पंप ऑपरेटरों की स्थिति तो यह है कि वह नगर पालिका में कई सालों से काम पर नहीं आ रहे और अधिकारियों से सांठगांठ कर अपने वेतन में से कुछ हिस्सा देकर दूसरा कोई काम कर रहे है।
4 जोन में बांटा गया शहर को
शहर को पेयजल वितरण व बिल वसूली के लिए चार जोन में बाटा गया है। इसमें पहला जोन गांधी पार्क स्थिति टंकी, दूसरा जोन कोर्ट रोड सब्जी मंडी के पास बनी पानी की टंकी, तीसरा जोन राव की बगिया व चौथा जोन फिजिकल कॉलेज के सामने स्थित संपवेल है। हर जोन के प्रभारी के अंडर ही यह पंप ऑपरेटर काम करते हैं और एक अप्रैल से हर जोन के पंप ऑपरेटर अपने-अपने क्षेत्र से पानी के बिल की वसूली कर जोन प्रभारी को सौपेंगे और फिर वहां से यह राशि नगर पालिका में आएगी। इस तरह से नपा की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी।
यह कहना है इनका
हमने पानी के बिल की वसूली के लिए पूरा खाका तैयार कर लिया है। अब अप्रैल माह से 100 रुपए के स्थान पर 150 रुपए हर माह पानी के लिए उपभोक्ताओं को भुगतान करना होंगे। इस काम में हम पंप ऑपरेटरों को भी लगाएंगे, ताकि शत-प्रतिशत पानी के बिल की वसूली हो सके।
इशांक धाकड़, सीएमओ, नगर पालिका, शिवपुरी।