SHIVPURI NEWS - ग्रहों की गणना में उलझ गया शिवपुरी के पंजीयन विभाग का गणित, अभी भी 8 करोड़ से पीछे

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले के पंजीयन विभाग का इस वर्ष का टारगेट 157 करोड़ रुपए था लेकिन इस साल अभी तक पंजीयन विभाग 8 करोड़ पीछे है,अक्सर हर साल मार्च में रजिस्ट्री की संख्या बढ़ जाती थी,लेकिन इस साल ऐसा नहीं हो रहा है। क्यो कि ग्रहों की गणना ने पंजीयन विभाग का गणित उलझ गया है,इस साल 2025 में चैत्र नवरात्रि का भी शुभारंभ भी मार्च क्लोजिंग के एक दिन पूर्व हो रहा है।

ऐसे समझे पहले इस मामले को

1 अप्रैल से नई गाइडलाइन से रजिस्ट्री होंगी। ऐसे में लोगों को अधिक स्टांप ड्यूटी चुकाकर रजिस्ट्री कराना होगी। हालांकि इसके बाद भी पंजीयन कार्यालय में रजिस्ट्री कराने बहुत कम संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। जिससे विभाग की उलझन बढ़ गई है। क्योंकि अभी भी पंजीयन विभाग लक्ष्य से करीब 8 करोड़ रुपये पीछे है। यदि रजिस्ट्री कराने लोग नहीं पहुंचे तो विभाग के लिए टारगेट पूरा करना मुश्किल हो जाएगा।

2657 लोकेशन पर जमीनों की कीमत प्रभावित होना तय है

दरअसल नई गाइडलाइन में जमीनों की कीमत में 40 से 95 प्रतिशत तक इजाफा हुआ है। इससे भूखंड पर लोन अधिक मिलेगा, लेकिन रजिस्ट्री कराने पर स्टांप ड्यूटी भी अधिक चुकाना पड़ेगी। जिससे आयकर भी अधिक भरना पड़ेगा। इससे 2657 लोकेशन पर जमीनों की कीमत प्रभावित होना तय है। रजिस्ट्री कराने वाले लोगों से जिला पंजीयन विभाग का भी हित जुड़ा है। क्योंकि विभाग को राजस्व इससे ही मिलता है।

पिछले साल 134 करोड़ का राजस्व,इस वर्ष 157 करोड़ का टारगेट

विभाग ने पिछले साल 134 करोड़ की राजस्व आय की थी। इस बार 15 करोड़ अधिक यानी 157 करोड़ का टारगेट विभाग को मिला है। जिस रफ्तार से रजिस्ट्रियां हो रही थी, उससे विभाग को यह लक्ष्य हासिल करना पहले आसान ही लग रहा था। वैसे भी नई गाइडलाइन लागू होने से पहले अधिक संख्या में लोग रजिस्ट्री कराने पहुंचते हैं। हालत ये रहती है कि मार्च अंत में तो देर शाम तक रजिस्ट्री का काम होता है। इस बार स्थिति इससे बिल्कुल अलग है। विभाग की अब तक आय 149 करोड़ रुपये हुई है। विभाग लक्ष्य से 8 करोड़ रुपये अब भी पीछे है। कार्यालय में रजिस्ट्री कराने वाले बहुत कम संख्या में लोग पहुंच रहे हैं, जिससे विभाग की चिंता बढ़ गई है।

नवरात्रि ने भी उम्मीद तोडी, होलाष्टक और खरमास फसा रहा

ऐसा माना जाता है कि होलाष्टक और खरमास में आम जन शुभ कार्य नहीं करते है। इस साल होलाष्टक की शुरुआत 7 मार्च को हुई थी, और होलाष्टक का समापन 13 मार्च को होलिका दहन के दिन हुआ था उसके बाद खरमास की शुरुआत 14 मार्च को हुई थी,और खरमास का समापन 14 अप्रैल को होगा,इसी बीच नवदुर्गा के आने से शुभ कार्य शुरू हो जाते है इस साल 2025 में नवदुर्गा मार्च क्लोजिंग के 1 दिन पूर्व अर्थात 30 मार्च से शुरू हो रही है। ऐसे में केवल 2 दिन ही रजिस्ट्री के होंगे,ऐसे में सर्वर डाउन होने की संभावना है।  

यह कहा विशेषज्ञों ने
विशेषज्ञों की मानें तो होली के बाद रजिस्ट्री कराने कम ही लोग आते हैं। इसके बाद जब नवरात्रि की शुरुआत होती है, तब जिला पंजीयन कार्यालय में रजिस्ट्री कराने आने वालों की संख्या बढ़ जाती है। खास बात ये है कि अब मार्च माह के खत्म होने में केवल 11 दिन ही शेष बचे हैं। विभाग को इस अवधि में 8 करोड़ की राजस्व आय करना है, वर्ना टारगेट पूरा नहीं हो सकेगा। नवरात्रि की शुरुआत 30 मार्च को हो रही है। ऐसे में यदि लोग इसके बाद रजिस्ट्री कराने आते भी हैं तो केवल दो दिन मिलेंगे। इससे सर्वर ओवरलोड होने से अंतिम समय में परेशानी आना तय है।

यह बोले जिला पंजीयक
यह सही है कि अभी रजिस्ट्री कराने कम लोग आ रहे हैं। हालांकि यदि लोग अभी रजिस्ट्री कराते हैं तो पुराने रेट के हिसाब से स्टांप ड्यूटी लगेगी, जबकि 1 अप्रैल को रजिस्ट्री कराई तो नए रेट के हिसाब से स्टांप ड्यूटी लगेगी।
दुष्यंत कुमार, जिला पंजीयक