पोहरी। छर्च थाना क्षेत्र के ग्राम पटेल पुरा में आदिवासियों ने थाने में आवेदन देकर रोजगार सहायक पर तीसरी किस्त के नाम पर 10 हजार रुपए मांगने का आरोप लगाया है। शिकायत में कहा गया है कि जब आदिवासी ने पैसे देने से मना किया, तो रोजगार सहायक ने उसकी किस्त रोकने और सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करने के लिए दबाव बनाया।
ग्राम पटेल पुरा निवासी कल्लू आदिवासी ने छर्च थाने में आवेदन देते हुए बताया कि जब उनकी आवास की तीसरी किस्त नहीं आई, तो उन्होंने रोजगार सहायक रामकुमार धाकड़ उर्फ राजेंद्र से इस बारे में पूछा। इस पर रामकुमार ने उनसे 10 हजार रुपए की मांग की। कल्लू ने कहा कि वह 3 हजार रुपए देने को तैयार हैं, लेकिन उनकी किस्त डलवा दी जाए। इसके बाद रोजगार सहायक ने मना कर दिया और कहा कि जब तक पूरी राशि नहीं दी जाएगी, तब तक किस्त नहीं भेजूंगा।
कल्लू ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की, जिसके कुछ दिन बाद रामकुमार उनके घर आए। कल्लू के अनुसार, रामकुमार ने उनका मोबाइल मांगा और करप कि यदि सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत नहीं कटवाओगे तो तुम्हारी किस्त नहीं आएगी और वह देख लेगा। इस घटना से परेशान होकर कल्लू ने थाने में न्याय की मांग की। उन्होंने यह भी बताया कि जिन लोगों ने रामकुमार को पैसे दिए थे, उनकी किस्त पहले ही डल चुकी है और उनके जैसे लगभग 70 आदिवासी भाई किस्त का इंतजार कर रहे हैं।
वहीं, रोजगार सहायक रामकुमार धाकड़ ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि दिसंबर माह में 49 लोगों की किस्त अभी तक ऊपर से आई ही नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'मुझ पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है। मैंने किसी से पैसे की मांग नहीं की और न ही सीएम हेल्पलाइन कटवाने के लिए कोई दबाव बनाया।'