हार्दिक गुप्ता कोलारस नामा । कोलारस जनपद के एक पंचायत में एक निर्माण का बजट अगर देखा जाए तो इस देश में बड़ी महंगाई का आप अनुमान लगाएंगे तो 766.67% तक की वृद्धि देखने को मिली है। आप सोच रहे होंगे की यह महगाई सामान पर बडी है नहीं यह तो कोलारस जनपद के एक पंचायत की बडी हुए भ्रष्टाचार का प्रतिशत है,और यह हम नहीं कह रहे है इस महंगाई को प्रमाणित शासकीय दस्तावेज ओर यह कमाल किया है पंचायत के सचिव-सरंपच और इन दोनो से अधिक पढे लिखे हमारे इंजीनियर साहब ने इस पूरे गणित को समझने के लिए अपनी मूल खबर पर चलते है।
कोलारस जनपद की देहरदा सडक पंचायत का जूर गांव में सन 2023 में हरवीर के खेत के पास एक कल्वर्ट पुलिया 14 अप्रैल 2023 को स्वीकृत हुई थी जिसका बजट था 1 लाख 45 हजार रूपए। 1 लाख 43 हजार रुपए में पंचायत ने इस पुलिया का निर्माण कर लिया,फिर इसी पंचायत के जूर गांव में हरवीर रघुवंशी के खेत के पास 28 जुलाई 2023 को एक और कल्वर्ट पुलिया स्वीकृत हुई है जिसका बजट 14 लाख 50 हजार रुपए है,इस पुलिया का निर्माण 23 नवंबर 2023 को शुरू कर दिया वर्तमान समय में इस पुलिया के निर्माण में मटेरियल पर 3 लाख 18 हजार रुपए खर्च हो चुके है और 7 लाख 47 हजार रुपए लेवल पर खर्च हो चुके है कुल टोटल मिलाकर इस पुलिया पर 10 लाख 65 हजार रुपए खर्च हो चुके है।
इस पुलिया का एस्टीमे सब इंजीनियर आकाश शर्मा ने बनाया है इससे पूर्व मे इसी पुलिया का एस्टीमेट भी सब इंजीनियर आकाश शर्मा ने ही बनाया था। अब सवाल यह उठता है कि हरवीर रघुवंशी के खेत के पास दो पुलिया वर्तमान में कही भी नही दिख रही है। इसका मतलब है कि एक ही पुलिया का निर्माण कागजो में 2 बार किया है। 1 लाख 45 हजार रुपए की स्वीकृत पुलिया का निर्माण दिखाई दे रहा है क्यो की इस राशि का निर्माण पहले ही स्वीकृत हो चुका था।
4 महिने में 766.67% बडी महंगाई या भ्रष्टाचार
इस मामले में अब सीधा सीधा लिखते है। कोलारस जनपद में लुटेरी इंजीनियरों का कब्जा है,इस मामले से यह प्रमाणित होता है कि एक पुलिया को दो बार स्वीकृत किया है और दूसरी बार इसका बजट 766 प्रतिशत से भी अधिक बढ़ाया गया है और इस 14 लाख वाली पुलिया का पूरा का पूरा सरपंच सचिव और इंजीनियर ने डकार लिया है। देहरदा सडक पंचायत में सरपंच एक आदिवासी सरपंच श्रीमती नीलम दिपक रघुवंशी और पंचायत सचिव कल्याण सिंह यादव है और इस पंचायत के सब इंजीनियर आकाश शर्मा है और इनकी कलम से यह कमला हुआ है।
सीईओ बचते है सवालो के जवाब देने से
जिला पंचायत सीईओ हिमांशु जैन को पंचायत के हर मामले की जानकारी मीडिया देती है लगातार हर खबर का प्रकाशन किया जाता है,लेकिन मामले का जांच के नाम पर लटका दिया जाता है। कोलारस जनपद की देहरदा सडक पंचायत में 1 करोड़ की लागत से 7 पुलियो का निर्माण किया गया था,खबरो के प्रकाशन के बाद इन पुलियो का निर्माण शुरू हुआ अगर शिवपुरी समाचार खबरों का प्रकाशन नही करती तो पंचायत की इस गैंग ने 1 करोड़ रुपए डकार लिए थे। सीईओ हिमांशु जैन ने इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की, तत्काल पंचायत की इस लुटेरी गैंग का अभय दान दिया और मामले को रफा दफा कराने जांच नाम का षड्यंत्र रचा गया लेकिन कार्रवाई नहीं दी गई। अब इस पुलिया वाले मामले में वर्जन लेने के लिए कॉल किया गया तो फोन नहीं उठा और एक मैसेज आ गया प्लीज टेक्स्ट मी,कुल मिलाकर सीईओ शिवपुरी जिले की पंचायत पर भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लगा पा रहे है।