शिवपुरी। जिले में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है। खास बात ये है कि जमीनों की कीमत में 50 से 96 प्रतिशत तक इजाफा किया गया है। जिससे जिले में जमीन के दाम आसमान पर पहुंचना तय है। इससे भूखंड के लिए अधिक लोन मिलना आसान होगा, लेकिन मध्यमवर्गीय परिवार के लिए अपने घर का सपना महंगा भी हो जाएगा।
हालांकि अभी यह फायनल नहीं है, क्योंकि अब इन पर दावे आपत्तियां आएंगी। जिसके बाद फायनल गाइड लाइन जारी होगी। दावे आपत्तियों के लिए अवकाश के दिनों में भी कार्यालय खुला रहेगा। प्रतिवर्ष मार्च में जिला पंजीयन विभाग जमीनों की नई गाइड लाइन जारी करता है। इसमें आमतौर पर सर्वे के आधार पर वर्तमान बाजार मूल्य को देखते हुए प्रस्तावित दरें तय की जाती हैं।
दरअसल जमीन के जो दाम जिला मूल्यांकन समिति तय करती है. प्लाट उससे दो से तीन गुना अधिक कीमत पर बेचे जाते हैं। उदाहरण के लिए यदि कहीं 500 रुपये वर्ग मीटर भूखंड के रेट हैं तो भूखंड की बिक्री 1000-1500 वर्ग मीटर पर होती हैं। अब यदि जमीन की कीमत 50 प्रतिशत से अधिक बढ़ जाएगी तो आम जनता की मुश्किल बढ़ना तय है। इसमें 2657 लोकेशन पर कीमतें प्रस्तावित की हैं।
गाइड लाइन प्रतिवर्ष मार्च में जारी होती है। दरअसल सरकारी गाइड लाइन से पहले ही तीन से चार गुना अधिक दाम पर जमीन विक्रय होता है। इसी वजह से गाइड लाइन में थोड़ी बहुत बढ़ोत्तरी की जाती है। हालांकि इसमें अधिक बढ़ोत्तरी करना उचित नहीं है, क्योंकि इससे स्टांप ड्यूटी बढ़ जाती है। जिससे आम आदमी के लिए परेशानी बढ़ती है। हालांकि जो लोग भूखंड अब खरीदना चाहते हैं और ज्यादा लोन लेना चाहते हैं, उनको फायदा होगा।
ऐसे में कुछ फायदा तो कुछ इससे नुकसान भी है।
हेमंत ओझा, जिला उपाध्यक्ष भाजपा एवं रियल एस्टेट कारोबारी
गाइड लाइन में रेट तो बढ़ाना ही 6 पड़ता है, क्योंकि मार्केट रेट इससे काफी अधिक होते हैं। इससे शासन का रेवेन्यू बढ़ेगा। पिछले सालों में भी 10-20 प्रतिशत बढ़ोतरी की जाती रही है, हालांकि इससे अधिक नहीं बढ़ाया जाना चाहिए।
अमन गोयल, कॉलोनाइजर
11 तक कर सकते हैं अवलोकन
जिला पंजीयक एवं संयोजक जिला मूल्यांकन ने बताया कि अवकाश के दिवस में भी कार्यालय दावे प्रस्तावों के लिए खुले रहेंगे। 8 मार्च से 11 मार्च तक प्रस्तावों का अवलोकन आम जनता पंजीयन कार्यालय में आकर कर सकती है। यदि दावे आपत्ति नहीं आते हैं तो इस प्रस्ताव को प्रस्तावित मान लिया जाएगा।