SHIVPURI NEWS - करैरा के प्रशांत ने रचा इतिहास, साइकिल से भारत की 25,000 किमी की यात्रा की पूरी

Bhopal Samachar

करैरा। शिवपुरी जिले के करैरा के बासगढ़ के रहने वाले एक नवयुवक और पेशे से पत्रकार ने अपनी अद्वितीय साहसिक यात्रा से इतिहास रच दिया हैं उन्होंने पूरे भारत की 25000 किलोमीटर से अधिक की साइकिल यात्रा पूरी कर अपने क्षेत्र का नाम देश और दुनिया में रोशन किया हैं।

जी हां हम बात कर रहे हैं करैरा के बासगढ़ में निवास करने वाले प्रशांत रामेश्वर शर्मा की,जिनकी जितनी तारीफ की जायेगी,उतनी ही कम होगी,क्योंकि इन्होंने जो ठाना वो कर दिखाया, प्रशांत ने अपनी इस महायात्रा की शुरुआत 8 मार्च 2024 को दिल्ली के इंडिया गेट से की थी और अब 4 मार्च 2025 को अपनी जन्मभूमि करैरा, मध्य प्रदेश में इसे सफलतापूर्वक पूरा कर रहे हैं। इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर पूरे करैरा क्षेत्र में हर्ष और गर्व का माहौल है।

यात्रा के मुख्य पड़ाव और उद्देश्य

इस यात्रा के दौरान प्रशांत ने भारत के विभिन्न राज्यों और शहरों की सैर की, जहां उन्होंने अलग-अलग संस्कृतियों, परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य को करीब से अनुभव किया। उनका यह अभियान सिर्फ एक व्यक्तिगत चुनौती नहीं था, बल्कि इसका उद्देश्य था – पर्यावरण संरक्षण, फिटनेस को बढ़ावा देना और भारत की विविधता को दुनिया के सामने लाना।

दृढ़ संकल्प और संघर्ष की कहानी

25,000 किलोमीटर से अधिक की यात्रा सिर्फ शारीरिक मेहनत नहीं थी, बल्कि यह मानसिक दृढ़ता और इच्छाशक्ति की भी परीक्षा थी। यात्रा के दौरान उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा – कभी खराब मौसम, कभी कठिन रास्ते, तो कभी स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियाँ। लेकिन प्रशांत ने हर बाधा को पार करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त किया।

करैरा वासियों के लिए गर्व का क्षण

प्रशांत की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर पूरे करैरा क्षेत्र में जश्न का माहौल है। उनके स्वागत के लिए नव निर्वाचित अध्यक्ष राजेश दुबे भोला महाराज अपनी समिति एवं विप्र बंधुओं के साथ बगीचा धाम रामराजा सरकार पर उनका स्वागत सम्मान करेगी यात्रा समापन सम्मान के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों और स्थानीय प्रशासन द्वारा भव्य आयोजन की तैयारियाँ की जा रही हैं। उनकी इस यात्रा ने न केवल करैरा बल्कि पूरे मध्यप्रदेश और भारत को गौरवान्वित किया है।

युवाओं के लिए प्रेरणा

प्रशांत रामेश्वर शर्मा की यह यात्रा उन सभी युवाओं के लिए एक प्रेरणा है, जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत और लगन से आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने दिखाया कि यदि संकल्प मजबूत हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।

आगे की योजना

यात्रा पूरी करने के बाद प्रशांत अपने इस सफर के अनुभवों को एक किताब के रूप में प्रकाशित करने की योजना बना रहे हैं। इसके अलावा, वे साइकिल यात्रा को लेकर जागरूकता अभियान भी शुरू कर सकते हैं, जिससे अधिक से अधिक लोग इस स्वस्थ और पर्यावरण के अनुकूल यात्रा माध्यम को अपनाने के लिए प्रेरित हो सकें। प्रशांत रामेश्वर शर्मा की यह यात्रा निश्चित रूप से भारतीय साइकिल यात्राओं के इतिहास में एक नई मिसाल बन गई है। उनकी मेहनत, संकल्प और धैर्य को सलाम!