शिवपुरी। नगर पालिका शिवपुरी के कचरा कलेक्शन वाहन के ड्राइवरों के वेतन विवाद में कचरा कलेक्शन वाहन खडे कर दिए,और अपनी वेतन की जंग लडने के लिए हड़ताल पर चले गए। जब शहर में कचरा कलेक्शन करने वाले नही पहुंचे तो शाम के समय सीएमओ इशांक धाकड़ ने आउटसोर्स कर्मचारियों की यह कहते हुए नौकरी से निकाल दिया कि उनकी कंपनी का ठेका समाप्त हो चुका है, वेतन कंपनी ही देगी, नपा नहीं। ऐसे में अचानक से नौकरी छिन जाने के कारण कचरा कनेक्शन वाहन चालक पूरी तरह से अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं, साथ ही उनके परिवार के सामने दो जून की रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
वहीं हड़ताल के दौरान कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि दो साल में हमारा 6 माह का वेतन पूरी तरह से डूब गया है। कर्मचारियों का आरोप है कि नपा और है। ठेकेदारों ने मिलकर शोषण किया है। कचरा कलेक्शन वाहनों के ठेकेदार इंदौर को डिवाइन कंपनी का ठेका समाप्त हो चुका है। उन्हें दे माह से वेतन नहीं मिला है। उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सीएमओ कह रहे हैं कि वेतन नहीं दे सकते क्योंकि वह नपा के कर्मचारी नहीं है। वहीं नपा अध्यक्ष ने चार-पांच दिन में भुगतान कराने की बात कही थी, लेकिन उसकी समय सीमा भी निकल गई है। ऐसे में वाहन चालकों को वेतन देने के लिए जिम्मेदार कौन होगा, इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं ले रहा है। ऐसे में बात तय है कि शहर में अब कचरा कलेक्शन एक बार फिर से ठप हो गया है।
इनको नौकरी से निकाला
नगर पालिका ने देर शाम आउटसोर्स वाहन चालक बाँवी खरे, हरिओम धावरी, तौसीफ खान, दिनेश शाक्य, मोहित वाल्मीक, अनूप करोशिया, मोइन खान, अंकित जाटव, धर्मेंद्र बाथम, यशपाल जाट, आमिर खान, सागर कोडे, अजय खरे, रोहित कुशवाह, सिद्धार्थ सोनी, शिवम कोड़े, नितेश योगी, विवेक करोशिया को नौकरी से निकालने की कार्रवाई की गई है।
वाहन चालक डिवाइन कंपनी के हैं,
इसलिए हम चालकों को डायरेक्ट वेतन भुगतान नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा हमने डिवाइन कंपनी के डायरेक्टर से बात की है, उनके कार्य के लेखा-जोखा देखा गया जिसके चलते हमने कंपनी पर जुर्माना लगाया है, क्योंकि वाहन चालक वाहनों से डीजल चोरी कर रहे थे। शहर में कचरा कलेक्शन सेवा बाधित न हो, इसलिए हमने दूसरी आउट सोर्स कंपनी से बात कर ली है। अगर यह बालक वाहन नहीं चलाएंगे तो हम उस कंपनी से चालक लेकर वाहनों को चलवाएंगे।
इशांक धाकड़, सीएमओ नगर पालिका, शिवपुरी।