SHIVPURI NEWS - बालाजी धाम में जलाई गई 11 हजार कंडो की चमत्कारी होली, काटे गए संकट

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी शहर के प्रसिद्ध बालाजी धाम मंदिर पर चमत्कारी होलिका का दहन किया गया था। इस होलीका में 11 हजार गाय के गोबर के
कंडो का उपयोग किया गया था। इस होलिका में लकड़ी को नहीं जलाया गया था। मंदिर के सेवादार ने बताया कि यह संकट काटने वाली चमत्कारी होली है। इस दिन भक्तों के इस होलिका की पूजा से संकट काटे जाते है। यह होली देश के प्रसिद्ध मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की तर्ज पर इस होलिका का दहन किया जाता है।

शिवपुरी शहर के प्रसिद्ध बालाजी धाम मंदिर के सेवादार ने बताया कि भक्तों के ऊपरी संकट और बाधाओं को समाप्त करने के लिए आज बालाजी धाम मंदिर मे होली दहन वाले दिन विशेष पूजा अर्चना होती है। होलिका दहन वाले दिन मंदिर पर बालाजी बाबा के चरणों में अर्जी लगाई जाती है। सेवादार का कहना था कि साल में विशेष दिन जैसे होली की दूज दीपावली की दूज और होलिका दहन और दशहरा के दिन दसो दिशाएँ खुली रहती है इस कारण सभी शक्तियां बलवान होती है।

होली की पूजा करने से संकट काटे जाते है
 मंदिर के सेवादार ने बताया कि आज सुबह से बालाजी बाबा के चरणों में विशेष अर्जी लगाई जाती है जिस किसी भक्त पर संकट या विघ्न बाधा है उस दिन बाबा की पूजा करवाई, संकट वाले भक्त पर नारियल उसार का इस होली में जलाए जाते है जिससे उसकी संकट कट जाते है।

मेहंदीपुर बालाजी की पुरानी प्रथा है
देश के प्रसिद्ध मेहंदीपुर बालाजी के मंदिर पर होलिका दहन के दिन संकट काटने की प्रक्रिया वर्षो से चली आ रही है मेहंदीपुर में लाखों भक्त पहुचते है और बालाजी से अपने संकट हरने की प्रार्थना करते है,ऐसा ही कुछ शिवपुरी के बालाजी के मंदिर पर किया जाता है। शिवपुरी का बालाजी मंदिर भी मेहंदीपुर बालाजी की ही शाखा है जो विधान मेहंदीपुर बालाजी की पूजा अर्चना का है उस विधान का पलान शिवपुरी के बालाजी मंदिर किया जाता है।

सैकड़ों भक्तों ने की  पूजा अर्चना
होलिका दहन वाले दिन शिवपुरी के सैकड़ों भक्त बालाजी धाम के मंदिर पहुंचे और इस चमत्कारी होली की पूजा अर्चना कर धर्म लाभ लिया। शिवपुरी जिले की यह सबसे बडी होली थी।  शहर में चमत्कारी होली की संज्ञा दी जाती है।