शिवपुरी। जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान का जन्म एवं तप कल्याणक महोत्सव राष्ट्रीय जिन शासन एकता संघ द्वारा भव्य रूप से मनाया गया। संघ के संयोजकों ने बताया कि निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव सुधासागर की प्रेरणा से पूरे भारत में इस साल प्रथम तीर्थकर आदिनाथ भगवान का जन्म एवं तप कल्याणक महोत्सव अति उत्साह एवं भक्ति भावना के साथ मनाया गया। जिसमें प्रातः काल आदिनाथ जिनालय में मुनि मंगलानंद एवं मुनि मंगल सागर के सानिध्य में आदिनाथ भगवान का अभिषेक पूजन एवं विश्व कल्याण की भावना से शांतिधारा हुई।
मुनि द्वय के मंगल प्रवचन के बाद आदिनाथ जिनालय से विशाल धर्म प्रभावना रैली निकाली गई, जो पुरानी शिवपुरी जैन मंदिर, छत्री जैन मंदिर, चंद्रप्रभु जिनालय, पार्श्वनाथ जिनालय कांच के मंदिर से होकर महावीर जिनालय पर ध्वजारोहण के साथ संपन्न हुई। कार्यक्रम में ध्वजारोहण अशोकनगर से आए डॉ डीके जैन ने किया। धर्म प्रभावना रैली आदिनाथ जिनालय से प्रारंभ हुई, जिसमें सभी पुरुष वर्ग ने सफेद कुर्ता पायजामा में, महिला वर्ग ने केसरिया वस्त्र एवं अपने मण्डल की ड्रेस में भाग लिया।
द्वितीय चरण में रात 7 बजे से माधव चौक पर विशाल धर्मसभा, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं 115 मंडलों पर भक्तामर दीप अर्चना का ऐतिहासिक कार्यक्रम हुआ। जिसमें जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी महेन्द्र जैन ने कुंडलपुर के बड़े बाबा का चित्र अनावरण किया। मण्डल उदघाटन वीरेंद्र जैन पत्ते बालों ने किया। कार्यक्रम में दीप प्रज्ज्वलन विधायक देवेंद्र जैन द्वारा किया गया। इस अवसर पर सभी जैन मंदिरों एवं समस्त संगठनों के अध्यक्ष उपस्थित रहे।
प्रवचनों से बताया भगवान आदिनाथ का चरित्र
राष्ट्रीय जिन शासन एकता संघ के प्रवक्ता महेन्द्र जैन ने बताया कि 115 मंडलों पर दीप अर्चना से पूर्व डॉक्टर नीलेश ने प्रवचनों के माध्यम से भगवान आदिनाथ का जीवन चरित्र एवं उनके द्वारा दिए गए उपदेश के बारे में सभी को समझाया। जबलपुर से बाल ब्रम्हचारी मनोज भैया एवं संगीतकार प्रथम जैन दमोह म संगीत मय भक्तामर के 115 मंडलों पर 48 दीपों से बहुत ही भक्ति भाव से दीपअर्चना कर आदिनाथ भगवान की आराधना कराई। जिसमें स्थानीय विद्वान पं सुगनचंद जैन, पं राजकुमार जैन, पं अजीत जैन एवं पं ऋषभ जैन ने सहयोग प्रदान किया। व्यवस्था संचालन में स्यादवाद युवा क्लब के सदस्यों ने अनुकरणीय योगदान दिया। अंत में संयोजक हरिओम जैन ने सभी का आभार व्यक्त किया।