300 में 198 मरीजों की हड्डियां कमजोर, इनमें युवा ज्यादा, कारण केवल मोबाइल - SHIVPURI NEWS

Bhopal Samachar

शिवपुरी। वर्तमान समय में युवा मोबाइल और डिजिटल प्लेटफार्म पर अधिक समय बिता रहे हैं और फास्ट फूड का सेवन कर रहे हैं, जिसके कारण उनका स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. आरके दुबे के अनुसार, इसका परिणाम यह हो रहा है कि युवा आलसी होते जा रहे रहे हैं, उनका वजन बढ़ रहा है, और शारीरिक विकृति के साथ-साथ वे हड्डी और जोड़ों की बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। डॉ. दुबे ने बताया कि इस तरह की बीमारियों की संख्या 30 प्रतिशत तक बढ़ चुकी है, और इसके प्रमुख कारणों में से एक पाश्चात्य संस्कृति का अंधानुकरण है।

डॉ. दुबे ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव से समाज में लगातार बदलाव हो रहे हैं। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे आलसी जीवनशैली को त्यागकर अपने शरीर को सक्रिय बनाएं और विटामिन डी तथा विटामिन ए के उत्पादों का सेवन बढ़ाएं, क्योंकि यह हड्डियों और आंखों के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं।

साथ ही, डॉ. दुबे ने यह भी कहा कि विटामिन डी का सही मात्रा में सेवन हड्डियों को मजबूत करता है और विटामिन ए आंखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। इसके साथ ही, सक्रिय जीवनशैली अपनाने से हड्डियों और जोड़ों से संबंधित बीमारियों को भी भी रोका जा सकता है।
मरीज का परीक्षण करते हुए।

300 मरीजों का पंजीकरण, 198 मरीज हड्डी संबंधित बीमारियों से प्रभावित

इस अवसर पर डॉ. आरके दुबे ने बताया कि हर साल उमा दुबे की पुण्यतिथि पर अवध हॉस्पिटल में एक स्मृति कैम्प आयोजित किया जाता है, जिसमें फ्री बीएमडी (कैल्शियम) जांच की जाती है। इस बार 300 मरीजों का पंजीकरण हुआ, जिनमें से 198 मरीज हड्डी संबंधी बीमारियों से प्रभावित पाए गए। इन मरीजों को निःशुल्क परामर्श, जांच और दवाइयाँ दी गईं।

विशेष रूप से, जर्मनी से आई नई मशीन के माध्यम से एक साथ कई लोगों की जांच की जा सकती है, जिससे हड्डियों की बीमारी और सहनशक्ति के बारे में जानकारी मिलती है। यह जानकारी डॉक्टरों को यह जानकारी उपचार में मदद करती है और मरीजों को बेहतर सलाह मिलती है।