फरहान काजी रन्नौद। शिवपुरी जिले के कोलारस अनुविभाग के रन्नौद थाना सीमा में आने वाले गांव सेसई गांव में निवास करने वाली एक महिला की मौत हो गई। महिला के सुपुर्दे खाक करने के लिए सेसई गांव से मात्र डेढ किलोमीटर दूर रन्नौद कस्बे में तहसील के पास स्थित कब्रिस्तान में पहुंचे थे। मईयत में पहुंचे लोग शव को दफनाने के लिए कब्र का गड्ढा खोद रहे थे,तभी उसकी समय कब्रिस्तान के पास स्थित एक बरगद के पास पर लगे मधुमक्खियों के छत्ते से निकलकर मधुमक्खियों की फौज ने हमला कर दिया। इस हमले से मईयत में पहुंचे लोग संभल नहीं सके और शव को छोडकर कब्रिस्तान से भागना पडा।
काफी देर बाद जब मधुमक्खियों वापस सुरक्षा उपायों के साथ पहुंचे और शव को दफन किया गया। इस घटना में मधुमक्खियों का डंक लगने से 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं। उधर इस घटना में मृतक महिला का पुत्र भी शामिल है, जो पेड़ के काफी नजदीक था। ऐसे में उसे सबसे अधिक डंक लगे हैं और उसे उपचार के लिए अस्पताल बताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि सेसई निवासी महिला मुनव्वरी बेगम पत्नी स्व. मोहम्मद शमी उम्र 65 साल की बुधवार को मौत हो गई थी। सेसई से महिला के शव को दफनाने के लिए रन्नौद के कब्रिस्तान में लाया गया। यहां जनाजे की नमाज अदा करने के बाद शव को दफनाने के लिए गड्ढा खोदा जा रहा था। इसी दौरान वहां मधुमक्खियों का हमला हो गया। पेड़ के पास खड़ा मृतका का पुत्र दिलशाद खान मधु मक्खियों का सबसे अधिक शिकार बना। लोगों ने जैसे-तैसे उसे बचाकर बाहर निकाला।
उधर जब मधुमक्खियों का हमला हुआ तो वहां काफी लोग डंकों का शिकार बन गए। हमला इतना तेज था कि लोग शव को छोड़कर भाग खड़े हुए। थोड़ी देर बाद जब मधु मक्खियां थोड़ी शांत हुई तो लोग कंवल और जूट के कट्टे ओढ़कर जैसे-तैसे वापस कब्रिस्तान में पहुंचे। इसके बाद विधिवत तरीके से शव को दफन करने की प्रक्रिया पूरी की गई।
वहीं इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में खासी नाराजगी है। लोगों का कहना है कि नगर पालिका प्रशासन को काफी समय से बताया जा रहा है कि यहां मधु मक्खियों के कारण काफी परेशानी होती है। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
यह हुए घायल
मधुमक्खियों के हमले का शिकार हुआ मृतका का बेटा दिलशाद बहुत बुरी तरह से घायल हुआ। वह दर्द के कारण काफी तड़प रहा था। ऐसे में परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां उपचार के बाद उसे राहत मिली। इस हमले में घायल होने वालों में मोहम्मद तैय्यब, सेवानिवृत्त प्रधान आरक्षक सैय्यद फजल अहमद, हाफिज नसीर, शाकिर अली, आसिफ अली, सैयद इलू वाहिद खान, गुरपेंद्र सरदार, हसीन शिवानी, रमजान पठान, अशफाक शेख, जब्बार अली, जाहिद हसन आदि शामिल है।