शिवपुरी सायबर अपराधी ने कॉन्फ्रेंस कॉल का बड़ी ही चालाकी से इस्तेमाल किया और 20 हजार रु. ठग लिए। जिले में इस कॉन्फ्रेंस कॉल से ठगी का यह पहला मामला सामने आया है। रेस्टोरेंट संचालक को कॉल कर 100 लोगों के खाने का ऑर्डर दिया। रेस्टॉरेंट कर्मचारी को पैसे लेने कियोस्क सेंटर भेज दिया।
इधर कियोस्क संचालक को कैश जमा कराने के एवज में 20 हजार रु. का ट्रांजेक्शन करा लिया। फिजिकल थाना पुलिस ने आवेदन लेकर छानबीन शुरू कर दी है। पीजी कॉलेज के पास कुलदीप भार्गव का कियोस्क सेंटर है। कुलदीप के पास 30 जनवरी 2025 की शाम 7 से 8 बजे 9474068466 से कॉल आया। साइबर अपराधी ने कहा कि कैश जमा कराकर पैसे ट्रांसफर कराने हैं। 31 जनवरी की सुबह 10 बजे फिर कॉल आया तो कुलदीप ने कहा कि किसी को भेज दो। दोपहर 12 बजे सायबर ठग का कुलदीप पर तीसरे बार फिर कॉल आया और कहा कि कॉलेज के पास लड़का खड़ा है।
सायबर ठग कान्फ्रेंस कॉल पर लेकर कियोस्क सेंटर संचालक कुलदीप व लड़के से बात कर रहा था। जैसे ही कियोस्क संचालक की नजर उस लड़के पर पड़ी तो तुरंत समझ गया। लड़के ने अपना फोन कुलदीप को दिया।
अपना नंबर 92096 96483 दिया और उसी समय 20 हजार रु. गगल-पे पर ट्रांजेक्शन करा लिया। जैसे ही कुलदीप ने कैश मांगा तो लड़के ने कहा कि मैं तो आपसे पैसे लेने आया हूं। यह सुनकर कुलदीप स्तब्ध रह गया। उधर साइबर अपराधी ने फोन बंद कर दिया।
पहले कैश मांग लेता तो ठगी बच जाती
रेस्टोरेंट में खाना ऑर्डर का एडवांस दिलाने की बात कहकर लड़के को कियोस्क सेंटर भेज दिया। कियोस्क सेंटर संचालक से कैश जमा कराने के बहाने पहले ही ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करा लिया। यदि कुलदीप, लड़के से पहले ही कैश ले लेता तो ठगी से बच जाता। सावधानी नहीं बरतने की वजह से कियोस्क सेंटर संचालक ठगी का शिकार हो गया। जिस नंबर पर ट्रांजेक्शन हुआ है, उसमें नाम चिराग रमेश पेंतर आ रहा है।
सायबर अपराधी ने तुरंत जांच के बाद मामले में कायमी करेंगे
कियोस्क सेंटर संचालक से 20 हजार रु. की ठगी की शिकायत आई है। मामले में जांच कर रहे हैं, उसके बाद मामले में कायमी कर विवेचना प्रारंभ करेंगे।-
नवीन यादव, टीआई, पुलिस थाना फिजिकल