SHIVPURI NEWS - माधव नेशनल पार्क ने जारी की MT बाघिन की फैमिली का फोटोग्राफ

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क ने एमटी बाघिन के शावकों की फोटो की तस्वीर जारी की है। इन शावकों की दूसरी बार तस्वीर जारी की है। यह शावक अपनी मॉ के साथ धमाचौकड़ी मचा रहे है। यह तस्वीर शिवपुरी मे बढ़ते पर्यटन की उम्मीद की तस्वीर मानी जा रही है वही आने वाले मार्च माह में माधव नेशनल पार्क में 2 और टाइगर लाए जाऐगें।

टाइगर का कब्जा होते ही बडने लगी जानवरो की संख्या

टाइगर को जंगल का राजा कहते है और जंगल पर पुन:राजा का कब्जा होने कारण माधव नेशनल पार्क मे जंगली जानवरो की संख्या मे तेजी से इजाफा हो रहा है। टाइगर रिजर्व बनने के मुहाने पर खड़े इस पार्क में अभी वर्तमान में एक सैकड़ा से अधिक लेपर्ड (तेंदुए) हैं, तो वही अन्य जंगली जानवरों की संख्या भी हजारों में है। अभी करीब दो साल पहले ही पार्क में तीन टाइगर बाहर से लाकर छोड़े गए थे, जिन्होंने दो शावकों को भी जन्म दिया है। अब वह शावक भी करीब 6 महीने के हो गए हैं। वही पार्क मे गिद्धों की संख्या में भी 300 प्रतिशत से भी अधिक इजाफा हुआ है।

1959 में हुई थी पार्क की स्थापना

शिवपुरी में माधव नेशनल पार्क की स्थापना 1959 में हुई थी। इसका क्षेत्रफल 354 वर्ग किमी है। पार्क में पिछले कुछ सालों में तेंदुओं की संख्या तेजी से बढ़ी है। अकेले पार्क क्षेत्र में ही इनकी संख्या एक सैकड़ा से अधिक है, जबकि पूरे जिले के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो यह 250 के आसपास है। नेशनल पार्क में तेंदुआ के अलावा हाईना, सेही, भालू, मगरमच्छ, चीतल, सामर, नीलगाय, चिंकारा, सियार, जंगल सेवएट, कबर बिज्जू के साथ हजारों की संख्या में देसी व विदेशी पक्षी शामिल है।

टाइगर रिजर्व को लेकर बढ रही है पार्क में गतिविधियां

इन दिनों माधव नेशनल पार्क प्रबंधन टाइगर रिजर्व के फेर में कई स्तर की तैयारियों में जुटा है। अभी मप्र सरकार से टाइगर रिजर्व बनने का गजट नोटिफिकेशन नहीं हो पाया है। सूत्रों की मानें 10 मार्च को दो टाइगरों के साथ यह नोटिफिकेशन होने की पूरी उम्मीद है।

इसी को लेकर पार्क के अंदर करीब 30 अलग-अलग स्थानों पर हाईमास्ट कैमरे, 10 जगहों पर वॉच टावर के साथ पार्क के हर कर्मचारी व अधिकारी को वायरलैस सेट मुहैया कराया गया है। इससे पार्क के अंदर कोई भी गतिविधि होती है तो उसकी सूचना तुरंत एक-दूसरे को उपलब्ध कराई जा सकेगी। पार्क में जो कैमरे लगाए गए हैं, उनकी क्वालिटी इतनी अच्छी है कि रात के अंधेरे में भी जानवरों के अच्छे फोटो व वीडियो कैमरे में कैद हो जाते हैं।