शिवपुरी। शिवपुरी-गुना के सांसद एवं मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पिछोर में बीते रोज 8 फरवरी को अपना जन दरबार लगाया था। इस जन दरबार से आमजन को उम्मीद थी,कि सीधे श्रीमंत हमारी फरियाद सुनेंगे तो शायद हमारा काम हो जाए। इस उम्मीद से लगभग 6 सैकड़ा आमजन श्रीमंत सरकार के जन दरबार में पहुंचे। सिंधिया ने लगभग 100 आवेदको को सीधा सुना,उसके बाद जैसे ही कार्यक्रम से मुंह फैरा,वैसे ही जनमानस के आवेदन कचरे में दिखाई देने लगे।
पिछोर के छत्रसाल स्टेडियम में जनसमस्या निवारण शिविर के नाम से आयोजित कार्यक्रम का समय शाम 5 बजे का था,लोगों को अपने नेता उसे उम्मीद थी इस कारण वह दोपहर 12 बजे से ही अपना आवेदन लेकर पहुंचने लगा था। सांसद सिंधिया ने इस जनसमस्या निवारण शिविर में लगभग 100 लोगों सीधे सुना और बाकी लोगों से आवेदन लिए और अपने समय अभाव के कारण शिविर से चले गए,जाते जाते प्रशासन के निर्देश दिए कि जितने भी आवेदक आए है उनकी समस्या का निवारण तयशुदा समय में किया जाए।
सिंधिया के मुंह फेरते ही आवेदन कचरे मे
देर रात एक वीडियो वायरल हुई थी कि सिंधिया के मुंह फेरते ही आवेदन जमीन पर दिखाई दे रहे थे। वहां पर उपस्थित लोग आरोप लगा रहे थे कि एसडीएम ने यह आवेदन फिकवा दिए है। यह वीडियो बडी तेजी से वायरल हुआ था।
प्रशासन ने पहले खंडन किया
वीडियो वायरल होने के बाद और मीडिया में खबरों की सुर्खियां बनने के बाद प्रशासन ने जनसंपर्क कार्यालय से इस मामले का खंडन भेजा,जिसे हम सशब्द प्रकाशित कर रहे है।
यह हे खंडन
कल 8 फरवरी को शिवपुरी और पिछोर में जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान पिछोर में एक मामला सामने आया जिसमें यह भ्रामक खबर प्रसारित की गई कि आवेदकों के द्वारा दिए गए आवेदनों को कचरे में डाला गया है। एसडीएम पिछोर ने बताया कि पंजीयन काउंटर पर जिन कर्मचारियों द्वारा आवेदन पत्रों का पंजीयन किया जा रहा था, उनके द्वारा पंजीयन के साथ ही आवेदन की फोटोकॉपी करके एक प्रति अपने पास रिकॉर्ड में रखी गई थी। उ
नको ही कुछ शरारती तत्वों द्वारा बाद में पंजीयन काउंटर पर रखे हुए फोटो कॉपी आवेदन को कर्मचारियों से छीनकर एक महिला के हाथों भेज दिए गए थे और यह भ्रम फैला दिया कि कर्मचारियों ने आवेदनों को कचरे में डाल दिया है। इस मामले में कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने शरारती तत्वों के विरुद्ध कार्यवाही के निर्देश दिए हैं
खंडन के कुछ देर बार भाजपा का प्रेस नोट जारी
जनसंपर्क कार्यालय ने जैसे ही यह खंडन जारी किया,उसी समय 1:52 मिनट भाजपा ने निलंबन का प्रेस नोट जारी कर दिया।
पंजीयन काउंटर पर जिन कर्मचारियों द्वारा आवेदन पत्रों का पंजीयन किया जा रहा था, उनके द्वारा पंजीयन के साथ ही आवेदन की फोटोकॉपी करके एक प्रति अपने पास रिकॉर्ड में रखी गई थी। कुछ शरारती तत्वों द्वारा बाद में पंजीयन काउंटर पर रखे स्कैन और फोटो कॉपी आवेदन को कर्मचारियों से छीनकर एक महिला के हाथों भेज दिए गए थे और यह भ्रम फैला दिया कि कर्मचारियों ने आवेदनों को कचरे में डाल दिया है। कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने कहा है कि शरारती तत्वों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
इस मामले में पंजीयन काउंटर पर ड्यूटी पर लगे 5 कर्मचारियों पर भी लापरवाही करने पर कार्यवाही की गई है। जिसमें पटवारी दीपक शर्मा,पटवारी दीपक दांगी, प्रतीक पाराशर, सहायक ग्रेड 3 प्रमोद वर्मा, सहायक ग्रेड 3 प्रशांत शर्मा को निलंबित किया गया है। इसके अतिरिक्त पंजीयन काउंटर पर शिक्षकों की भी ड्यूटी लगाई गई थी। उनके विरुद्ध भी कार्यवाही के लिए एसडीएम द्वारा प्रस्ताव भेजा गया है।
सवाल शरारती तत्व कौन है
सवाल यह भी उठ रहा है कि यह आवेदन जव छीने गए तो तत्काल असामाजिक तत्वों पर रात मे ही कार्यवाही क्यो नही की गई,जब मीडिया ने खबरों का प्रकाशन किया उसके बाद प्रशासन ने हलचल होना शुरू हो गई। खंडन भेजकर मामले का शांत करने की कोशिश करने का प्रयास किया गया।