शिवपुरी। शिवपुरी जिले के करैरा अनुविभाग के दिनारा थाना सीमा में दिनारा कस्बे के आवास डेरा मोहल्ले में रहने वाली 5 साल की मासूम का बलात्कार मोहल्ले में रहने वाले एक 16 साल के किशोर ने कर दिया था। 16 साल का किशोर हैवानियत का काम किया मासूम का शरीर तक नोच डाला। मासूम अब मौत से जंग लड रही है। ग्वालियर के जीआरएसी हॉस्पिटल में मासूम का इलाज चल रहा है। बीते रोज पीड़िता का ऑपरेशन कर उसके पेट से मल द्वार बनाया गया है।
ग्वालियर के जीआरएसी हॉस्पिटल के पीडियाट्रिक सर्जन और गायनिक के डॉक्टरों की टीम ने बच्ची का ऑपरेशन कर उसकी जान बचा ली है, लेकिन उसकी हालात गंभीर बनी हुई है। बच्ची का गुप्तांग और मल द्वार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त है। यूरीन के लिए बच्ची को कैथेटर डाला गया है। मल द्वार के ठीक होने तक उसके पेट पर मल द्वार बनाया गया है। बच्ची का सफल ऑपरेशन हो गया है, लेकिन उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
जीआरएमसी के डीन डॉ. आरकेएस धाकड़ ने बताया कि दुष्कर्म से पीड़ित 5 साल की बच्ची को गंभीर हालत में केआरएच लाया गया था। बच्ची के जननांग और मलद्वार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. विनय माथुर, एसआर डॉ. चित्रांगद के साथ-साथ स्त्री रोग विभाग के विशेषज्ञों की टीम थी। पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. विनय माथुर ने बताया कि दुष्कर्म के चलते बच्ची का जननांग से लेकर मल द्वार तक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। साथ ही वैजायना में भी काफी चोट थी।
बच्ची की हालत को देखते हुए मलद्वार को ठीक करने के लिए टांके लगाए गए। जब तक मलद्वार ठीक नहीं होता है तब तक पेट पर मलद्वार का रास्ता बनाया है। वैजायना और जननांग के टांके गायनिक विशेषज्ञों ने लगाए। मलद्वार के टांके पकते नहीं हैं और सब ठीक रहता है तो 8 से 10 दिन बाद मलद्वार को पुनः ऑपरेशन कर चालू किया जाएगा।
बच्ची के ऑपरेशन में करीब 2 घंटे से अधिक का समय लगा। डीन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए बच्ची के इलाज का पूरा प्रबंध अस्पताल से ही करने के निर्देश दिए हैं। डॉक्टरों की टीम बच्ची के स्वास्थ्य पर पूरी तरह नजर रखे हुए है।