खनियांधाना। नगर परिषद कर्मचारियों का सब्र अब जवाब दे गया। पांच महीने से वेतन न मिलने के कारण नाराज कर्मचारियों ने सोमवार को नगर परिषद कार्यालय के बाहर टेंट लगाकर हड़ताल शुरू कर दी। हड़ताल के चलते नगर की सफाई व्यवस्था और जल आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई, जिससे आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
नगर परिषद की आर्थिक तंगी से परेशान कर्मचारी
खनियाधाना नगर परिषद लंबे समय से आर्थिक संकट से जूझ रही है, जिससे नियमित कर्मचारियों और दैनिक वेतन भोगियों का वेतन भी अटका हुआ है। वेतन न मिलने के कारण कर्मचारी मानसिक और आर्थिक तनाव झेल रहे हैं। खासकर शिवरात्रि और होली जैसे त्योहारों के नजदीक आने से उनकी चिंता और बढ़ गई है। कर्मचारियों का कहना है कि घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है और उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
तहसीलदार और थाना प्रभारी के आश्वासन के बाद हड़ताल समाप्त
कर्मचारियों के प्रदर्शन को देखते हुए तहसीलदार निशिकांत जैन और थाना प्रभारी सुरेश शर्मा मौके पर पहुंचे और कर्मचारियों से चर्चा की। उन्होंने जल्द वेतन भुगतान का आश्वासन देते हुए कहा कि होली से पहले वेतन डाल दिया जाएगा। प्रशासन के इस आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म कर काम पर लौटने का फैसला लिया।
पहले भी कर चुके हैं हड़ताल, फिर वही स्थिति
यह पहली बार नहीं है जब नगर परिषद कर्मचारियों को हड़ताल पर बैठना पड़ा है। कुछ महीने पहले भी सफाई कर्मियों और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने वेतन न मिलने पर हड़ताल की थी, जिसके बाद उन्हें कुछ माह का वेतन दिया गया था। लेकिन अब फिर से वही हालात बन गए हैं।
कर्मचारियों ने सरकार से की स्थायी समाधान की मांग
नगर परिषद कर्मचारियों ने सरकार और प्रशासन से अपील की है कि उनके वेतन भुगतान की समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए, ताकि बार-बार हड़ताल करने की नौबत न आए। अगर जल्द ही वेतन नहीं दिया गया, तो कर्मचारी फिर से बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे।