करैरा। शिवपुरी जिले के करैरा जनपद के मामौनी गांव मे मंदिर में प्रतिमा प्राण के कार्यक्रम मे आयोजित भंडारे में प्रसादी ग्रहण करने के कारण तीन गांव के 200 लोगो से अधिक बीमार हाने की खबर है। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में भंडारा बच गया था इस कारण दूसरे दिन पुन:इस भंडारे को बांटा गया था। रविवार की शाम तक चले इस पुन:इस भंडारे को खाने के बाद देर रात भंडारा ग्रहण करने वाले लोगो का उल्टी दस्त की शिकायत होने लगी।
इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में ही कैंप लगाकर मरीजों की जांच कर रही है। गांव में मरीजों की संख्या ज्यादा होने से स्कूल में लोगों का इलाज किया जा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि हर घर में एक से दो मरीज हैं। मरीजों की संख्या बढ़ सकती है।
जानकारी के मुताबिक मामौनी गांव में शनिवार को गांव मे हनुमान जी की प्रतिमा का प्रतिष्ठा का आयोजन का भंडारा संपन्न हुआ था,इस भंडारे में आलू मटर की सब्जी और बूंदी बनाई गई थी। लगभग आधा दर्जन गांव के लोगा इस सार्वजनिक भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने पहुंचे थे। शनिवार को आयाजित इस भंडारे में बहुत सारा प्रसाद बच गया था।
आयोजको ने तिरपाल में बांध कर रख दिया
बताया जा रहा है कि शनिवार को आयोजित इस भंडारे को आयोजको ने बूंदी ओर पूडी हो तिरपाल में बांध कर रख दिया था। रविवार को पुन:इस भंडारे का वितरण किया गया और रविवार की देर शाम तक इस भंडारे का वितरण किया गया था। कुछ लोग मंदिर पर बैठकर ही भंडारे को ग्रहण कर गए थे वही कुछ लोग इस बचे हुए भंडारे की सामाग्री को अपने घर भरकर ले गए थे।
रात 2 बचे भंडारे का कहर देखने को मिला
ग्रामीणो का कहना था कि अचानक से रात के 2 बजे के बाद भंडारे को ग्रहण करने वाले लोगो के पेट में दर्द होना शुरू हो गया। कई लोगो को उल्टी दस्त की शिकायत होने लगी। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम सोमवार सुबह गांव पहुंची और सभी का इलाज शुरू किया।
गावों में 6 डॉक्टरों की टीम तैनात
ग्राम पंचायत मामोनी कला के सरपंच पति विनोद मिश्रा ने बताया, अब तक करीब 60 से ज्यादा लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया है, जबकि अन्य का प्राथमिक उपचार गांव में ही किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने मामोनी कला, लड़ाईपुरा और तरपन का पुरबा गांवों में 6 डॉक्टरों की टीम तैनात की है। इसमें शिवपुरी से मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ. एसके पिप्पल और बीएमओ रोहित भदकारिया सहित नर्सिंग स्टाफ को तैनात किया है।
ग्रामीणों को फूड पॉइजनिंग की शिकायत
जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी संजय ऋषेश्वर के अनुसार, प्रारंभिक जांच में फूड पॉइजनिंग का मामला सामने आया है। हालांकि वास्तविक कारण की पुष्टि जांच के बाद ही हो सकेगी। अब तक 170 की जांच की जा चुकी है, जो उल्टी, दस्त और बुखार से पीड़ित मिले हैं। फिलहाल सभी मरीजों का इलाज जारी है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।