काजल सिकरवार शिवपुरी। शिवपुरी-गुना के सांसद और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज शिवपुरी शहर के गांधी पार्क के मानस भवन में जन दरवार लगाया था। इस जन दरवार को सफल बनाने का प्रशासन ने भरसक प्रयास किया। इस आयोजन के लिए नगर पालिका शिवपुरी ने 40 हजार वर्ग फुट का टेंट लगवाया था। 1261 आवेदन कर्ता मौके पर पहुंचे थे। जिसमें लगभग 150 आवेदन कर्ताओं को सिंधिया ने सुना,समय अभाव के कारण सभी आवेदन कर्ताओं से गेट टू गेट नही कर सके जिससे बाकी आवेदन कर्ता निराश हुए है।
गांधी पार्क में आयोजित इस कार्यक्रम को जन समस्या शिविर का नाम दिया गया था। गांधी पार्क में लगभग 200 X 240 फुट का टेंट लगाया गया था। सिंधिया के जन दरवार के कारण काफी संख्या में लोगो की पहुंचने का अनुमान था और अनुमान के मुताबिक भी इस दरवार में लोगों की भीड़ थी
सबसे पहले टोकन सिस्टम
प्रशासन ने इस आयोजन को सुचारू रूप से चलाने के लिए आवेदन कर्ता को टोकन दिए थे। आवेदन पर नंबर संख्या अंकित होने के बाद,प्रशासन ने सभी विभागो की टेबिल लगवाई थी और इनके कम्प्यूटरो पर इन आवेदन को कर्मचारियों के द्वारा स्कैन किया जा रहा था,जिससे कोई आवेदन गुम ना हो जाए। आवेदनो की सुरक्षा के लिए बीते रोज प्रभारी मंत्री ने जन समस्या शिविर में आने वाले अभी आवेदन कर्ताओं के आवेदन रजिस्टर्ड करने के निर्देश प्रशासन के अफसरों को दिए थे।
आवेदन लिखने के लिए भी लगभग 15 कर्मचारियों को लगाया गया
इस आयोजन स्थल पर पर प्रशासन ने 15 कर्मचारियों की हैल्प डेस्क तैयार की थी। इस हैल्प डेस्क पर आमजन जाकर अपने आवेदन बनवा रहे थे,जो अपने घर से आवेदन नहीं लेकर आए है। यह सभी कर्मचारी आज जनता का आवेदन लिख रहे थे।
मानस भवन में सिंधिया के समक्ष 40 कुर्सी
गांधी पार्क में स्थित मानस भवन के हॉल में 40 कुर्सियां सिंधिया के समक्ष रखी गई थी। गांधी पार्क में लगे टेंट में प्रशासन ने आवेदनकर्ताओं को बैठने की व्यवस्था की थी। इस टेंट से 40-40 आवेदन कर्ताओं को मानस भवन के हॉल में भेजा जा रहा था,और सामने बैठ महाराज आवेदन कर्ताओं से टोकन नंबर एक से शुरुआत करते हुए आवेदन कर्ता को अपने पास बुला रहे थे,और उनकी समस्या सुन रहे थे और मोके पर ही अधिकारी को बुलाकर उसका निदान करने के निर्देश दे रहे थे।
मानस भवन में उपस्थित थे विभाग प्रमुख
इस जनसुनवाई में मानस भवन के हॉल में सभी विभागों की टेबल लगी थी और लगभग सभी विभागो के प्रमुख अपने कर्मचारियों के साथ उपस्थित थे।
1 घंटे से अधिक लेट पहुंची कार्यक्रम में सिंधिया,150 लोगों को सुन पाए
जन समस्या शिविर का समय 1 बजे निर्धारित था लेकिन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एक घंटे लेट इस कार्यक्रम में पहुंचे थे। सांसद सिंधिया ने लगभग 150 लोगों को अपने पास बुलाकर उनकी समस्याएं सुनी थी। 150 लोगों की समस्या सुनने में लगभग ढाई घंटे का समय लगा,अगर पूरे आवेदन कर्ताओं को एक एक कर सिंधिया सुनते तो इस जन दरवार को पूरी रात लगाना पडता। समय अभाव के कारण इस कार्यक्रम को सिंधिया ढाई घंटे का ही समय दे पाए उसके बाद सिंधिया गांधी पार्क में बैठे आवेदनकर्ताओं के पहुंचे सिंधिया और उनके साथ चल रहे भाजपा के विधायक सहित पार्टी के पदाधिकारियों ने आवेदन लिए और समय सीमा के अंदर इन समस्याओं को सुलझाने का वादा किया।
जन समस्या निवारण शिविर में आवास, पट्टे, विद्युत बिल, बीपीएल कार्ड, वृद्धावस्था पेंशन, आयुष्मान कार्ड आदि के आवेदन आए, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक-एक कर सैकड़ों आवेदनकर्ताओं को सुना और कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी सहित संबंधित विभाग के अधिकारी को निराकरण के निर्देश दिए।
प्रशासन ने किया 161 आवेदनो का निराकरण का दावा
इस जन समस्या निवारण शिविर में कुल 1261 आवेदन आए। जिनमें से 161 आवेदनों का मौके पर ही निराकरण कर दिया गया। इनमें पट्टे एवं आवास की मांग के 217 आवेदन आए जो की विचारण में है। निराकरण के लिए 737 आवेदन लंबित हैं, जिनका निराकरण समय सीमा में किया जाएगा।
वृद्धजनों के चेहरे पर आई खुशी, शिविर में मिले वृद्धावस्था पेंशन स्वीकृति पत्र
इस शिविर के दौरान कई वृद्धजन भी थे जिन्होंने वृद्धावस्था पेंशन सहित विभिन्न योजनाओं के लाभ के लिए आवेदन किया और मौके पर ही उनके आवेदन का निराकरण भी कर दिया गया। जब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें स्वीकृति पत्र प्रदान किया तो वृद्धजनों के चेहरे पर खुशी का भाव था।
शिविर में लोहा देवी ग्राम पंचायत निवासी बसंती झा, प्रहलाद यादव, विलोकला निवासी मोहनलाल, प्रेम जाटव को वृद्धावस्था पेंशन स्वीकृति पत्र दिया गया। इसके अलावा करई निवासी कविता गुर्जर को संबल योजना, जमुना आदिवासी, नारायणी आदिवासी, रेखा आदिवासी को पोषण आहार योजना से लाभान्वित किया गया। भगवती जाटव और बती यादव की कल्याणी पेंशन स्वीकृत की गई।
दिव्यांग जनों को प्रदान किया सहायक उपकरण
जन समस्या निवारण शिविर के दौरान एडीप योजना अंतर्गत दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्रदान किए गए। जिसमें कुल 31 दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्रदाय किए। गए वहीं इस कार्यक्रम की समस्त रूपरेखा सीएमओ इशांक धाकड़ के कंधो पर थी। कार्यक्रम में एक भी आवेदनकर्ता मंत्री सिंधिया तक पहुंचने के प्रक्रिया की रूपरेखा से परेशान नहीं देखा गया।
सबसे अंत में वह आवेदन कर्ता खुश दिखे जो सिंधिया से रूबरू हुए थे। वह आवेदन कर्ता नाखुश दिखे जो सिंधिया के समक्ष नहीं पहुंच सके। कुल मिलाकर प्रशासन ने इस आयोजन को पूरी भव्यता प्रदान करने की कोशिश की थी। सिस्टम से काम चल रहा था लेकिन इतनी संख्या में पहुंचे आवेदन कर्ताओं के आवेदनो का निराकरण समय सीमा में हो जाए जब ही इस आयोजन को सफल माना जाऐगा।