भोपाल। शिवपुरी-श्योपुर जिले की सीमा पर स्थित कूनो नेशनल पार्क में नन्हे शावकों ने अपनी जिंदगी शुरू कर दी है,कूनो पार्क प्रबंधन ने 3 चीता शावकों को उनकी मॉ आशा चीता के साथ खुले जंगल में रिलीज किया है। शावकों स्वतंत्रता रास आ रही है। बताया जा रहा है कि शावक अपनी मॉ के साथ शिकार करना सीख रहे है।
5 फरवरी को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मादा चीता आशा और उसके 3 शावकों को खुले जंगल में छोडा गया था। अपनी मॉ आशा के साथ पहली बार खुला जंगल शावकों को रास आ रहा है। यही वजह है कि तीनों शावक अपनी मां से शिकार करना सीख रहे हैं और तीनों भाई एक साथ अपने शिकार पर घात लगाकर झपट्टा मारते नजर आ रहे हैं।
चीता मॉनिटरिंग टीम भी लगातार इन शावकों के व्यवहार का बारीकी से अध्ययन कर रही है, क्योंकि इनकी गतिविधियों के आधार पर ही अन्य शावकों के खुले में छोड़ने का निर्णय होगा। उल्लेखनीय है कि अपनी मां मादा चीता आशा के साथ 3 शावकों को 5 फरवरी को गेट नंबर 3 से खुले जंगल में छोड़ा गया था। जिसके बाद आशा और उसके तीनों शावक कूनो की पालपुर रेंज में ही फर्राटा भर रहे हैं। पिछले 5 दिनों में तीनों शावकों ने 2 बार सामूहिक रूप से शिकार किया है। इसके साथ ही तीनों शावक अपनी मां के साथ जंगल का लुत्फ ले रहे हैं।