शिवपुरी। फाल्गुनी गीतों की बयार के बीच फिजा में ठंडी हवाओं के साथ रंगों की महक घुलेगी। उल्लास और उपवास के साथ ही इबादत का दौर भी चलेगा। मघा नक्षत्र और शुभ योग में गुरुवार से शुरू होने वाले हिंदू पंचांग के 11वें महीने फाल्गुन में ऐसा ही नजारा देखने को मिलेगा। साथ ही पूरे मास सर्वधर्म के त्योहार-पर्वों का गुलदस्ता भी खिलेगा।
महाशिवरात्रि व सोमवती अमावस्या के साथ ही शब-ए-बारात आएगी तथा माह-ए-रमजान की भी शुरुआत होगी। ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि सनातन धर्म में फाल्गुन मास का विशेष महत्व है। इस माह में महाशिवरात्रि और रंगों का पर्व आएगा। ज्योतिषाचार्य शर्मा ने बताया कि फाल्गुन मास का समापन 14 मार्च को होगा। फाल्गुन मास की पूर्णिमा को चंद्रमा फाल्गुनी नक्षत्र में रहता है, इसलिए इसे फाल्गुन मास कहा जाता है। फाल्गुन में धीरे-धीरे गर्मी शुरू हो जाती है। सूर्य के मीन राशि में प्रवेश के साथ ही इस माह की भी शुरुआत होती है।
माघ पूर्णिमा आज, बन रहे कई शुभ योग
माघ महीने का आज अंतिम दिन है और आज माघ पूर्णिमा है। पूरे साल के पूर्णिमा स्नान में माघ पूर्णिमा स्नान को सबसे उत्तम भी कहा गया है। खास बात यह है कि माघ पूर्णिमा 2025 पर पांच शुभ योग, सौभाग्य योग, शोभन योग, शिववास योग, गजकेसरी योग, त्रिग्रही योग बनेंगे। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार माघ पूर्णिमा तिथि का विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है।
12 फरवरी को कुंभ संक्रांति है, इस दिन सूर्य देव कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। संक्रांति तिथि पर गंगा स्नान किया जाता है। इसलिए माघ महीने में पडने वाली यह से जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहेगी। माघ पूर्णिमा को ब्रह्म पूर्णिमा भी कहा जाता है, क्योंकि यह दिन देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त करने और मोक्ष की प्राप्ति के लिए बेहद शुभ माना जाता है। वहीं विशेष योग संयोग बनने से इस दिन श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना और ग्रहों का विशेष शुभ फल मिलेगा।
यह रहेगा 30 दिन
13 फरवरी: शब-ए-बारात
16 फरवरी : चतुर्थी व्रत
18 फरवरी: बसंत ऋतु की शुरुआत
20 फरवरी: श्रीनाथ जी का पाटोत्सव
21 फरवरी: जानकी जयंती
22 फरवरी: रामदास नवमी
23 फरवरी: दयानंद सरस्वती जयंती, 24 को विजया एकादशी
26 फरवरी: महाशिवरात्रि
27 फरवरी: देव, पितृकार्य अमावस्या
28 फरवरी: राष्ट्रीय विज्ञान दिवस
01 मार्च : फुलेरा दूज
02 मार्च: माह ए रमजान की शुरुआत
03 मार्च: विनायक चतुर्थी
06 मार्च: रोहिणी जैन व्रत
07 मार्च: होलाष्टक और अष्टानिका महापर्व शुरू
08 मार्च : बरसाना होली, आनंदा नवमी, विश्व महिला दिवस
10 मार्च: आंवला एकादशी व्रत, मुय खाटू श्याम जी मेला
13 मार्च: चांद्र पूर्णिमा व्रत और होलिका दहन
14 मार्च : धुलेंडी पर्व