SHIVPURI NEWS - जिला अस्पताल में नशे से पीड़ित लोगों के लिए स्पेशल वार्ड की तैयारी ,नि:शुल्क इलाज

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शहर में स्मैक व अन्य नशे से पीड़ित लोगों का बेहतर इलाज हो। इसके लिए स्वास्थ्य व सामाजिक न्याय विभाग मिलकर एक बड़ी सौगात देने वाला है। दोनों विभाग मिलकर जिला अस्पताल में 10 बेड का नशा मुक्ति वार्ड खोलने जा रहे हैं। इसमें मरीज को 1 माह भर्ती रखकर न केवल उसका उचित इलाज किया जाएगा, बल्कि नशा छोड़ने के लिए जो भी आवश्यक कदम वह भी उठाए जाएंगे।

इससे सबसे बड़ा लाभ उन परिवारों को मिलेगा जो कि हर माह पैसा खर्च कर नशे से पीड़ित  को प्राइवेट नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती नहीं करा पाते।

पिछले कुछ साल में शहर सहित जिले भर में स्मैक, गांजा, चरस, शराब आदि नशे करने से मानसिक रूप से बीमार हुए मरीजों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। हालात यह है कि लोगों को इस नशे से बीमार हुए युवाओं का इलाज करवाने शहर सहित दूसरे बड़े शहरों में मौजूद नशा मुक्ति केन्द्रों में भर्ती कराना पड़ता है।

ऐसे में अगर जिला अस्पताल में यह नशा मुक्ति वार्ड खुलता है तो उन लोगों को काफी मदद मिलेगी, जिनकी आर्थिक स्थिति सही नहीं है। अस्पताल में मौजूद इस वार्ड में नशे से पीड़ित लोगों का नि: शुल्क इलाज होगा।

10 बेड का प्रस्ताव बनाकर भेजा
नशे से ग्रसित लोगों को सुधारने के लिए सामाजिक न्याय विभाग ने एक बड़ा कदम उठाते हुए स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर हर जिले में जिला अस्पताल के अंदर एक नशा मुक्ति वार्ड तैयार करने का प्रस्ताव मांगा था। इस पर से शिवपुरी से मनोरोग चिकित्सक व अस्पताल के आरएमओ डॉ योगेन्द्र रघुवंशी ने अस्पताल के अंदर 10 बेड का एक प्रस्ताव बनाकर सामाजिक न्याय विभाग सहित अपने वरिष्ठ अधिकारियों व अन्य संबंधित स्थानों पर भेज दिया है। अगर यह पहल सही होती है तो बेड की संख्या आगामी समय में बढ़ सकती है।


निजी नशा मुक्ति केंद्र में आधा सैकड़ा मरीज भर्ती है
मनोरोग चिकित्सक रघुवंशी का कहना है कि उनके पास हर रोज से 5 नशे से पीड़ित मरीज आते है। शिवपुरी के एक निजी नशा मुक्ति केंद्र में ही 50-60 मरीज भर्ती है। चूंकि स्मैक जैसा महंगा नशा सीधे व्यक्ति के दिमाग पर असर करता है। ऐसे में अगर उस व्यक्ति को नशा न मिले तो वह उस नशे को करने के लिए कुछ भी कर सकता है।

5 हजार मरीज को सकते है जिले में
शहर में ऐसे मरीजों की संया करीब 2 हजार व जिला मिलाकर करीब 5 हजार मरीज हो सकते है। शिवपुरी सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भी नशे से पीड़ित लोगों की काफी संया है। ऐसे में सरकार व सामाजिक न्याय विभाग ने इस नशे से पीड़ित लोगों को आसानी से निशुल्क उपचार मिल सके, इसलिए यह कदम उठाया जा रहा है।

यह रहेगा स्टाफ इस वार्ड में
अस्पताल में आने वाले कुछ महीनों में जो नशा मुक्ति वार्ड खुलेगा, उसमें पीड़ित मरीज के लिए न केवल दवाइयों की सुविधा मिलेगी,बल्कि बेहतर भोजन के साथ योगा, फिजियोथेरेपिस्ट, नशा छुड़ाने वाले प्रेरक भी मौजूद रहेंगे। इस वार्ड में दो डॉक्टरों के अलावा 3 सुरक्षा गार्ड, 3 नर्स, 3 वार्ड बॉय का स्टाफ रहेगा। साथ ही मनोरोग चिकित्सक डॉ योगेन्द्र रघुवंशी को इस वार्ड का नोडल प्रभारी बनाया गया है।

सामाजिक न्याय विभाग से पत्र आया था
हमारे पास सामाजिक न्याय विभाग से इस वार्ड को तैयार करने के संबंध में एक पत्र आया था। हमने 10 बेड का प्रस्ताव बनाकर सामाजिक न्याय विभाग व वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दिया है। जल्द ही एक टीम इस वार्ड का निरीक्षण करने आएगी और फिर कुछ ही माह में यह वार्ड नशे से पीड़ित लोगों के लिए उपलब्ध रहेगा। यहां पर एक माह भर्ती कर संबंधित को नशे से दूर करने का काम किया जाएगा।
डॉ योगेन्द्र रघुवंशी, नोडल प्रभारी नशा मुक्ति वार्ड व आरएमओ