शिवपुरी। शहर में रात के समय एटीएमों की सुरक्षा के लिए कोई खास इंतजाम दिखाई नहीं दे रहे हैं। रात को एटीएमों पर सुरक्षा गार्ड न होने से किसी दिन कोई बड़ी वारदात हो सकती है। सुरक्षा विहीन एटीएमों को देखकर ऐसा लगता है कि मानो बैंक प्रबंधन ने इन एटीएमों को रात्रिकालीन पुलिस गश्त के हवाले छोड़ दिया है।
चौबीस घंटे नगदी आहरण की सुविधा के लिए विभिन्न बैंकों ने क्षेत्र में एटीएम की सुविधा तो उपलब्ध करवा दी लेकिन एटीएम मशीन की सुरक्षा व एटीएम कार्डधारकों की गोपनीयता को लेकर किसी बैंक प्रबंधन की ओर से अब तक कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं। शहर में पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक सहित दर्जनभर से अधिक बैंकों द्वारा ग्राहकों को एटीएम सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
लेकिन किसी भी बैंक ने एटीएम की सुरक्षा के लिए एक भी सुरक्षा गार्ड की नियुक्ति नहीं किए गए हैं। सुरक्षा गार्ड के अभाव में अक्सर एक से अधिक व्यक्ति एक साथ नगदी आहरित करने के लिए एटीएम कक्ष में प्रवेश हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में ग्राहक सुरक्षा दांव पर लगी रहती है।
एटीएम की सुरक्षा के लिए पुलिस व प्रशासन के उच्चाधिकारियों की ओर से भी बैंक प्रबंधन को अपने समस्त एटीएम पर अनिवार्य रूप से सुरक्षा गार्ड रखने, एटीएम कक्ष के अंदर व बाहर उच्च गुणवत्ता के सीसीटीवी कैमरे लगवाने सहित सुरक्षा के अन्य प्रबंध करने के लिए भी निर्देशित किया हुआ है।
नगर में एटीएम बूथों की संख्या बढ़ाई जा रही है, मगर इसकी सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं किया जा रहा है। नगर में संचालित एटीएम केंद्रों का देर रात जायजा लिया। इस बीच इनमें न तो गार्ड मिले और न ही बिजली का कोई इंतजाम नजर आया। ऐसे में रात के समय पैसा निकालने वाले लोगों को खतरा बना रहता है।
इसलिए गंभीर नहीं हैं अफसर एटीएम के संचालन और
मेंटेनेंस के लिए एजेंसियों का चयन सीधे बैंकों के मुख्यालय से होता है। इसलिए एटीएम पर तैनात सुरक्षा गार्डों का सत्यापन होता है कि नहीं, वह ड्यूटी पर रहते हैं कि नहीं, इसको लेकर स्थानीय अधिकारी बहुत गंभीर नहीं होते। कुछ अफसर कहते हैं कि एटीएम में सीसीटीवी कैमरे, पैनिक बटन लगे होते हैं। इससे उसमें छेड़छाड़ होने पर सीधे मुख्यालय से अलर्ट का मैसेज आ जाता है, लेकिन कई एटीएमों में यह सिस्टम बंद पड़े हैं।